फटाफट (25 नई पोस्ट):

Saturday, May 07, 2011

प्रवासी होते हुये



मुकेश कुमार तिवारी हिंद-युग्म के पुराने और लोकप्रिय कवियों मे से हैं। अप्रैल 2009 के यूनिकवि रहे मुकेश जी की इस माह हिंद-युग्म पर लम्बे समय के बाद वापसी हुई है। इससे पहले उनकी एक कविता ’ये लड़कियाँ’ नवंबर 2009 मे प्रकाशित हुई थी। मुकेश जी हिंद-युग्म के यूनिकवियों के प्रकाशन ’संभावना डॉट कॉम’ का हिस्सा भी रह चुके हैं। इनकी कवितायेँ अक्सर मानवीय जीवन के बढते मशीनीकरण के बीच क्षरित होती संवेदनाओं के स्रोत को बचाने का यत्न करती हैं। प्रस्तुत कविता मार्च माह मे छठे पायदान पर रही है।


पुरस्कृत कविता: प्रवासी होते हुये
एक,
सालिम अली थे,
उनसे मैंने जाना था
अपने गाँव की चौपाल पर
पहली बार किसी डॉक्यूमेन्ट्री में कि
पंछी प्रवासी होते हैं
खैर तब तक तो
मुझे प्रवासी होने का भी अर्थ नही पता था
अलबत्ता, पंछियों से खासी पहचान थी
हमारे गाँव से
कोई आदमी बाहर नही जाता था
और पंछी उतने ही थे
जिन्हें मैं पहचानता था
नाम रख छोड़े थे मैंने, उनके
फिर,
न जाने क्यों?
जो लोग कभी गाँव से गये थे
लौटे किसी तीज-त्यौहार पर
और उनका यह लौटके आना
बन ही गया दस्तूर
अब हर मौके पे
लौटते हैं यह लोग गाँव
अपने साथ लिये चमकती कामयाबी में
खामोश नाकामियों
जिसे बिखेर जाते हैं खेत में बीज़ की जगह
और अगली फसल के कटने पर
कोई और छोड़ देता है गाँव
चौंधियाते हुये
इन्हें भी अगली बार लौटने के लिये
साथ तो चाहिये किसी का
अब,
मैं समझने लगा हूँ
प्रवास और प्रवासी दोनों को
लेकिन, अब वो पंछी
जिन्हें सालिम अली कहते थे
हमारे मेहमान नज़र नही आते हैं
आदमी जरूर मेहमान सा
लौटता है कुछ देर के लिये घर
रिश्तों में दीमके लग चुकी है
मियादों की
इस,
फागुन में जब लौटगे वो
महुए,
अब भी उबाले जा रहे होंगे
देर रात तक
सुबह,
पहली धार से मिटाकर तड़प
मदमाती हो जायेगी
लाली फैल जायेगी होंठों से फिसलकर
गालों तक
यूँ लगेगा कि
सूरज कुछ देर के लिये ही सही
ठहर गया हो यहीं आस-पास
और ताक रहा हो
बौराये यौवन को फागुनी बयार में
भीगते / जलते हुये
मांदल की थाप पर
सनसनी दौड़ने लगी है देह में
बालियों में पक रहा है गेंहू /
यौवन संदली बदन में /
और मन में कई ख्वाब
रात लगती ही नही कि खत्म होगी कभी
होली की आँच में
गर्म हो रही होंगी कई हथेलियाँ मेहंदी रची हुई
और पसीना बस सरक रहा होगा
गर्दन से फिसलते हुये
सीने के करीब
या और थोड़ा नीचे....
बस,
एक दो दिन के बाद
लौटके किसी भीड़ में बदल जायेंगे ये
गाँव में पीछे
कोई कर रहा होगा
फसल पकने का इंतजार
___________________________________
पुरस्कार: हिंद-युग्म की ओर से पुस्तकें।


आप क्या कहना चाहेंगे? (post your comment)

13 कविताप्रेमियों का कहना है :

RAKESH JAJVALYA राकेश जाज्वल्य का कहना है कि -

मैं समझने लगा हूँ
प्रवास और प्रवासी दोनों को
लेकिन, अब वो पंछी
जिन्हें सालिम अली कहते थे
हमारे मेहमान नज़र नही आते हैं
आदमी जरूर मेहमान सा
लौटता है कुछ देर के लिये घर.

bahut hi sunder..bhavpurn prastuti.

manu का कहना है कि -

bahut sundar rachanaa ...

badhaayi aapko...

manu का कहना है कि -

sundar rachanaa ...

badhaayi..........

‘सज्जन’ धर्मेन्द्र का कहना है कि -

सुंदर रचना, मुकेश जी को बहुत बहुत बधाई

Unknown का कहना है कि -

If you are looking for best as well as basic method to promote your business then this solution is completely ideal with your requirement. buy usa facebook fans

Eileen Price का कहना है कि -

I’d have to check with you here. Which is not something I usually do! I enjoy reading a post that will make people think. Also, thanks for allowing me to comment!

Spyropress.com
Information
Click Here
Visit Web

Asola YOb का कहना है कि -

Would you be interested in exchanging links?

Click Here
Visit Web
Dragonforgepress.com

GloriaTerry का कहना है कि -

An interesting discussion is worth comment. I think that you should write more on this topic, it might not be a taboo subject but generally people are not enough to speak on such topics. To the next. Cheers

Contraloriavalledupar.gov.co
Information
Click Here
Visit Web

MarkNelson का कहना है कि -

Youre so cool! I dont suppose Ive read anything like this before. So nice to find somebody with some original thoughts on this subject. realy thank you for starting this up. this website is something that is needed on the web, someone with a little originality. useful job for bringing something new to the internet!

Hoconrua.net
Information
Click Here
Visit Web

Jery Fox का कहना है कि -

Would you be interested in exchanging links?

Visit Web
Inposdom.gob.do
Information

Miguel Long का कहना है कि -

There are certainly a lot of details like that to take into consideration. That is a great point to bring up. I offer the thoughts above as general inspiration but clearly there are questions like the one you bring up where the most important thing will be working in honest good faith. I don?t know if best practices have emerged around things like that, but I am sure that your job is clearly identified as a fair game. Both boys and girls feel the impact of just a moment’s pleasure, for the rest of their lives.

Godotengine.org
Information
Click Here
Visit Web

Lillian Cruz का कहना है कि -

I was very pleased to find this web-site. I wanted to thanks for your time for this wonderful read!! I definitely enjoying every little bit of it and I have you bookmarked to check out new stuff you blog post.

Social.microsoft.com
Information
Click Here
Visit Web

SoniaPeters का कहना है कि -

I was very pleased to find this web-site. I wanted to thanks for your time for this wonderful read!! I definitely enjoying every little bit of it and I have you bookmarked to check out new stuff you blog post.

Swiatkarpia.com
Information
Click Here
Visit Web

आप क्या कहना चाहेंगे? (post your comment)