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Monday, August 11, 2008

सोमवार की कविता- हरकारे से अनुरोध


हरकारे से अनुरोध


सरकार, तुम पर हमारा पूरा भरोसा है
तुम लिए जा रहे हो हमारी पीड़ाएं हुजूर के पास
उम्मीद पर कायम है दुनिया
कौन जाने हमारी पीड़ा उन तक पहुँच ही जाए महाराज!

हम जानते हैं कि चाट-पकौड़ी से अब तुम्हारा काम नहीं चलता
तुम जाहिर कर चुके हो यह हमसे कई बार बातचीत में
लेकिन हम तुम्हारा यह दुःख तो दूर नहीं कर सकते
अन्न बेचकर बस इतना ही कर सके
लेकिन हमारी शिकायत हुज़ूर तक जरूर पहुंचा देना महाराज!

हमारा दुःख तुम्हें यात्रा में सालेगा जरूर
लेकिन विचलित न होना
हमारी बातें हुज़ूर को नागवार गुजरेंगी
लेकिन उन्हें नरम न कर देना
वैसे ही तन कर कहना जैसे कि हमने तुमसे कहा था
जीवन भर के लिए हरकारे हो
लेकिन राम कसम तुम हमारे एकमात्र सहारे हो!

तुम नदी पार करना लेकिन हमारा दुःख बहा मत देना
तुम हवा में उड़ना लेकिन हमें उड़ा मत देना
तुम विश्राम करना लेकिन हमारी बेचैनी भूल न जाना
तुम सैर-सपाटा करना लेकिन हमारे हाथ-पाँव के छाले याद रखना.

उम्मीद तो कमै है कि बनेंगे हमारे बिगड़े काज
लेकिन असलियत तो थोड़ा और खुलैगी महाराज.

-vijayshankar chaturvedi

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21 कविताप्रेमियों का कहना है :

अजित वडनेरकर का कहना है कि -

"तुम नदी पार करना लेकिन हमारा दुःख बहा मत देना"

जबर्दस्त अभिव्यक्ति महाराज !!!
बधाई स्वीकारें....

Avanish Gautam का कहना है कि -

धन्य हो महाराज! मन की बात लिख देला गुरू!

Unknown का कहना है कि -

राम दे दादू - चिरऊरी गूंजि गे - नीक ही - मनीष

Anonymous का कहना है कि -

Very good......

नीरज गोस्वामी का कहना है कि -

उम्मीद तो कमै है कि बनेंगे हमारे बिगड़े काज
लेकिन असलियत तो थोड़ा और खुलैगी महाराज.
बिना उम्मीद के कहाँ काम बनता है महाराज...उम्मीद तो रखनी ही पड़ेगी...बहुत शशक्त कविता...बधाई हो...
नीरज

अवनीश एस तिवारी का कहना है कि -

सही कहा है ....


अवनीश तिवारी

डा.संतोष गौड़ राष्ट्रप्रेमी का कहना है कि -

उम्मीद तो कमै है कि बनेंगे हमारे बिगड़े काज
लेकिन असलियत तो थोड़ा और खुलैगी महाराज.
उम्मीद पर दुनियां कायम है महाराज
उम्मीद से ही बदल जाते है ताज
बधाई!

Anonymous का कहना है कि -

बेहतरीन,बहुत ही बेहतरीन सर जी,मजा आ गया.हिला दिया आपने.
आलोक सिंह "साहिल"

Anonymous का कहना है कि -

aap ne bahut sunder likha hai dil ko chhune vali pyari kavita
badhai
rachana

Nikhil का कहना है कि -

बेहतरीन कटाक्ष...आपको पढ़ना अच्छा लगता है......
निखिल

Anonymous का कहना है कि -

संचालक महोदय,
हार्दिक खुशी है आप लोगो ने मेरी पिछली टिप्पडी को अन्यथा नही लिया ...........

आपने पंकज सुबीर जी के साथ मिल कर एक अच्छी शुरुआत की थी ......जिसको बीच में ही क्यो ड्राप कर दिया गया मै नही जनता मगर लोगो की सहायता के लिए अगर आप
गजल लिखना सीखे
लिंक के नीचे सुबीर जी के ब्लॉग का पता इस टिप्पडी के साथ लगा दे की आगे सिखने के लिए यहाँ संपर्क करे तो बहुत लोगो का भला हो जाएगा
......आकाश

Harihar का कहना है कि -

बहुत अच्छी कविता !

Anonymous का कहना है कि -

info@marmaracambalkon.com
thank you

Anonymous का कहना है कि -

thanks..

Anonymous का कहना है कि -

thanks...
bilgi@ozmarmaralpg.com

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Anonymous का कहना है कि -

thanks..

cam balkon का कहना है कि -

thanks you very

ılgaz का कहना है कि -

thankss ılgaz

cam balkon का कहना है कि -

yess very

cam balkon का कहना है कि -

good bye

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