यह हिन्द-युग्म की यूनिकवि एवं यूनिपाठक प्रतियोगिता का 35वाँ आयोजन है। हिन्द-युग्म यह प्रतियोगिता इंटरनेट पर लिखने और पढ़ने को प्रोत्साहित करने के लिए हर महीने आयोजित करता है। इस प्रतियोगिता के माध्यम से हिन्द-युग्म ने अब तक 32 साहित्य-सितारों को साहित्याकाश में टाँका है।
हम उम्मीद करते हैं कि हमेशा की तरह इस बार भी कवि और पाठक इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे और इसे सफल बनायेंगे। जो लेखक-पाठक अब तक हिचकिचाते रहे हैं, उनसे आग्रह है कि वे हर तरह की झिझक त्यागे और इस प्रयास का हिस्सा बनें।
नवम्बर 2009 का यूनिकवि बनने के लिए-
१) अपनी कोई मौलिक तथा अप्रकाशित कविता 15 नवम्बर 2009 की मध्यरात्रि तक hindyugm@gmail.com पर भेजें।
(महत्वपूर्ण- मुद्रित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित रचनाओं के अतिरिक्त गूगल, याहू समूहों में प्रकाशित रचनाएँ, ऑरकुट की विभिन्न कम्न्यूटियों में प्रकाशित रचनाएँ, निजी या सामूहिक ब्लॉगों पर प्रकाशित रचनाएँ भी प्रकाशित रचनाओं की श्रेणी में आती हैं।)
२) कोशिश कीजिए कि आपकी रचना यूनिकोड में टंकित हो।
यदि आप यूनिकोड-टाइपिंग में नये हैं तो आप हमारे निःशुल्क यूनिप्रशिक्षण का लाभ ले सकते हैं।
३) परेशान होने की आवश्यकता नहीं है, इतना होने पर भी आप यूनिकोड-टंकण नहीं समझ पा रहे हैं तो अपनी रचना को रोमन-हिन्दी ( अंग्रेजी या इंग्लिश की लिपि या स्क्रिप्ट 'रोमन' है, और जब हिन्दी के अक्षर रोमन में लिखे जाते हैं तो उन्हें रोमन-हिन्दी की संज्ञा दी जाती है) में लिखकर या अपनी डायरी के रचना-पृष्ठों को स्कैन करके हमें भेज दें। यूनिकवि बनने पर हिन्दी-टंकण सिखाने की जिम्मेदारी हमारे टीम की।
४) एक माह में एक कवि केवल एक ही प्रविष्टि भेजे।
यूनिपाठक बनने के लिए
चूँकि हमारा सारा प्रयास इंटरनेट पर हिन्दी लिखने-पढ़ने को बढ़ावा देना है, इसलिए पाठकों से हम यूनिकोड ( हिन्दी टायपिंग) में टंकित टिप्पणियों की अपेक्षा रखते हैं। टायपिंग संबंधी सभी मदद यहाँ हैं।
१) 1 नवम्बर 2009 से 30 नवम्बर 2009 के बीच की हिन्द-युग्म पर प्रकाशित अधिकाधिक प्रविष्टियों पर हिन्दी में टिप्पणी (कमेंट) करें।
२) टिप्पणियों से पठनीयता परिलक्षित हो।
३) हमेशा कमेंट (टिप्पणी) करते वक़्त समान नाम या यूज़रनेम का प्रयोग करें।
४) हिन्द-युग्म पर टिप्पणी कैसे की जाय, इस पर सम्पूर्ण ट्यूटोरियल यहाँ उपलब्ध है।
कवियों और पाठकों को निम्न प्रकार से पुरस्कृत और सम्मानित किया जायेगा-
१) यूनिकवि को शिवना प्रकाशन की ओर से रु 1000 की मूल्य तक की पुस्तकें तथा प्रशस्ति-पत्र।
यूनिकवि को हिन्द-युग्म के वर्ष 2009 के वार्षिकोत्सव को प्रतिष्ठित साहित्यकारों के हाथों सम्मानित किया जायेगा।
२) यूनिपाठक को रामदास अकेला के कविता-संग्रह 'आईने बोलते हैं' की एक प्रति तथा प्रशस्ति-पत्र।
३) दूसरे से दसवें स्थान के कवियों को तथा दूसरे से चौथे स्थान के पाठकों को रामदास अकेला के कविता-संग्रह 'आईने बोलते हैं' की एक-एक प्रति।
कवि-लेखक प्रतिभागियों से भी निवेदन है कि वो समय निकालकर यदा-कदा या सदैव हिन्द-युग्म पर आयें और सक्रिय लेखकों की प्रविष्टियों को पढ़कर उन्हें सलाह दें, रास्ता दिखायें और प्रोत्साहित करें।
प्रतियोगिता में भाग लेने से पहले सभी 'नियमों और शर्तों' को पढ़ लें।
आप क्या कहना चाहेंगे? (post your comment)
5 कविताप्रेमियों का कहना है :
बहुत बढ़िया प्रयास है यह हिन्दी युग्म का नये नये कवियों के उत्साह को बढ़ने का..निश्चित रूप से और लोगों का रुझान बढ़ेगा कविता लेखन की ओर..बढ़िया प्रयास..धन्यवाद!!
बहुत बढ़िया कोशिश है.
बहुत ही अच्छा प्रयास है
it's a gud way to find new poet
बहुत सुंदर प्रयास
सराहनीय
आप क्या कहना चाहेंगे? (post your comment)