हिन्द-युग्म काव्य-पल्लवन के वार्षिकांक के लिए कवियों से कविताएँ, चित्रकारों से चित्र और फोटोग्राफर से फोटो आमंत्रित करता है। पिछले सप्ताह हमने इस वार्षिकांक के लिए विषय आमंत्रित किए थे। प्राप्त कुल ४ विषयों में से काव्य-पल्लवन के नियंत्रक मोहिन्दर कुमार ने महक के विषय 'मृगतृष्णा' पर इस बार का काव्य-पल्लवन आयोजित करने का निर्णय लिया।
कविता या चित्र या छवि kavyapallavan@gmail.com २७ फरवरी २००८ तक भेजें। काव्य-पल्लवन का यह अंक २८ फरवरी २००८ को प्रकाशित किया जायेगा।
हमें सुरिन्दर रत्ती, विनय के जोशी और शैलेश भारतवासी ने भी अपने-अपने विषय भेजें। आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद।
जो पाठक नये हैं, काव्य-पल्लवन के बारे में नहीं जानते वो निम्न कड़ियों पर पूरा विवरण प्राप्त करें।
काव्य-पल्लवन क्या है?
अंक-१
अंक-२
अंक-३
अंक-४
अंक-५
अंक-६
अंक-७
अंक-८
अंक-९
अंक-१०
अंक-११
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4 कविताप्रेमियों का कहना है :
हम बहुत आभारी है ,मृग्त्रिष्ण विषय अपने कव्यपल्लावन के लिया चुना .
अच्छा विषय है.
मृगतृष्णा विषय व्स्तुत: अच्छा विषय है
आज का हर व्यक्ति मृगतृष्णा के पीछे ही दौड़ रहा है इस विषय को सुझाने के लिये महक का और इसे चुनने के लिये आपका धन्यवाद्।
एक सुझाव है। कृप्या मृगतृष्णा पर किसी की कविता मिलने पर वापसी E मैल द्वारा सूचना अवश्य दें ताकि पता रहे कि कविता मिल गयी है। जैसे कि मैने आपको इस विषय पर आज ही इमैल
द्वार कविता भेजी है पर आपको मिली या नहीं इस की सूचना मुझे नही मिली।
मृगतृष्णा एक बहुत अच्छा विषय है . मैं खुश हूँ की इस विषय को चुना गया.
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