जैसाकि पिछली बार हमने उद्घोषणा की थी कि अब यूनिकवि को शिवना प्रकाशन, सिहोर (म॰ प्र॰) की ओर से रु 1000 मूल्य की पुस्तकें दी जायेंगी। इस बार एक और धमाकेदार समाचार अपने प्रतिभागियों के लिए हम लेकर उपस्थित हैं। जी हाँ, जून माह के विजेताओं को हिन्दी ब्लॉगिंग के बहुचर्चित व्यक्तित्व समीर लाल 'समीर' यानी उड़नतश्तरी की ओर से इन्हीं की काव्य-पुस्तक 'बिखरे मोती' की एक-एक प्रति भेंट की जायेगी। समीर लाल का यह काव्य-संग्रह भी शिवना प्रकाशन ने ही अभी 2 महीने पहले छापा है और हिन्दी ब्लॉग के पाठकों के मध्य काफी लोकप्रिय हो चुका है। शिवना प्रकाशन युवा कहानीकार, कवि और यूनिग़ज़लप्रशिक्षक पंकज सुबीर की ओर से चलाया जाता है।
आज ही हिन्द-युग्म ने मई 2009 के यूनिकवि एवं यूनिपाठक प्रतियोगिता का परिणाम प्रकाशित किया है, जिसमें विजेताओं को कुल रु 5500 तक की पुस्तकें देने की उद्घोषणा की गई है।
हम उम्मीद करते हैं कि यह उद्घोषणा पढ़कर बहुत से पाठकों-कवियों में उत्साह भरेगा और अधिकाधिक संख्या में इस प्रतियोगिता में भागे लेंगे।
इतना ही नहीं सबसे बड़ा इनाम यह कि यदि आपकी कविता प्रकाशित होती है तो उसे हज़ारों पाठकों की पठनीयता का अनुपम सौगात तो सबसे बड़े पुरस्कार के रूप में मिलेगा ही।
जून महीने की यानी 30वीं यूनिकवि एवं यूनिपाठक प्रतियोगिता के लिए प्रविष्टियाँ आमंत्रित हैं।
जून 2009 का यूनिकवि बनने के लिए-
१) अपनी कोई मौलिक तथा अप्रकाशित कविता 15 जून 2009 की मध्यरात्रि तक hindyugm@gmail.com पर भेजें।
(महत्वपूर्ण- मुद्रित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित रचनाओं के अतिरिक्त गूगल, याहू समूहों में प्रकाशित रचनाएँ, ऑरकुट की विभिन्न कम्न्यूटियों में प्रकाशित रचनाएँ, निजी या सामूहिक ब्लॉगों पर प्रकाशित रचनाएँ भी प्रकाशित रचनाओं की श्रेणी में आती हैं।)
२) कोशिश कीजिए कि आपकी रचना यूनिकोड में टंकित हो।
यदि आप यूनिकोड-टाइपिंग में नये हैं तो आप हमारे निःशुल्क यूनिप्रशिक्षण का लाभ ले सकते हैं।
३) परेशान होने की आवश्यकता नहीं है, इतना होने पर भी आप यूनिकोड-टंकण नहीं समझ पा रहे हैं तो अपनी रचना को रोमन-हिन्दी ( अंग्रेजी या इंग्लिश की लिपि या स्क्रिप्ट 'रोमन' है, और जब हिन्दी के अक्षर रोमन में लिखे जाते हैं तो उन्हें रोमन-हिन्दी की संज्ञा दी जाती है) में लिखकर या अपनी डायरी के रचना-पृष्ठों को स्कैन करके हमें भेज दें। यूनिकवि बनने पर हिन्दी-टंकण सिखाने की जिम्मेदारी हमारे टीम की।
४) एक माह में एक कवि केवल एक ही प्रविष्टि भेजे।
यूनिपाठक बनने के लिए
चूँकि हमारा सारा प्रयास इंटरनेट पर हिन्दी लिखने-पढ़ने को बढ़ावा देना है, इसलिए पाठकों से हम यूनिकोड ( हिन्दी टायपिंग) में टंकित टिप्पणियों की अपेक्षा रखते हैं। टायपिंग संबंधी सभी मदद यहाँ हैं।
१) 1 जून 2009 से 30 जून 2009 के बीच की हिन्द-युग्म पर प्रकाशित अधिकाधिक प्रविष्टियों पर हिन्दी में टिप्पणी (कमेंट) करें।
२) टिप्पणियों से पठनीयता परिलक्षित हो।
३) हमेशा कमेंट (टिप्पणी) करते वक़्त समान नाम या यूज़रनेम का प्रयोग करें।
४) हिन्द-युग्म पर टिप्पणी कैसे की जाय, इस पर सम्पूर्ण ट्यूटोरियल यहाँ उपलब्ध है।
कवियों और पाठकों को निम्न प्रकार से पुरस्कृत और सम्मानित किया जायेगा-
१) यूनिकवि को शिवना प्रकाशन की ओर से रु 1000 की मूल्य तक की पुस्तकें तथा प्रशस्ति-पत्र।
२) यूनिपाठक को समीर लाल के कविता-संग्रह बिखरे मोती की एक प्रति तथा प्रशस्ति-पत्र।
३) दूसरे से दसवें स्थान के कवियों को तथा दूसरे से चौथे स्थान के पाठकों को समीर लाल के कविता-संग्रह बिखरे मोती की एक-एक प्रति।
प्रतिभागियों से भी निवेदन है कि वो समय निकालकर यदा-कदा या सदैव हिन्द-युग्म पर आयें और सक्रिय लेखकों की प्रविष्टियों को पढ़कर उन्हें सलाह दें, रास्ता दिखायें और प्रोत्साहित करें।
प्रतियोगिता में भाग लेने से पहले सभी 'नियमों और शर्तों' को पढ़ लें।
आप क्या कहना चाहेंगे? (post your comment)
16 कविताप्रेमियों का कहना है :
बहुत ही अच्छा प्रस्ताव है, मैने बिखरे मोती की कुछ रचनाओं को पढ़ा है वास्तव में अद्वितीय रचना है। बहुत बहुत बधाई निश्चित रूप से नये कवियों को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा।
समीर जी को इस उत्साहवर्धन के लिए बहुत बहुत बधाईयां।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
Sameer ji ap ki photo dekh purani mulakat taja ho gayee."Bikhre Moti"ki rachna ke liye badhaie.Ap ke protshan aur utsaha dene ke kadam liye swagat- subhkamnayein.
Manju Gupta
यूनिकविता के विजेता दिबेन जी
और यूनिपाठक के विजेता अहसान भाई
आप दोनों को मेरी बहुत-बहुत बधाई !!
shanno ji,
bahut bahut dhanyawaad.
shubh kaamnaaon sahit
ahsan
सुंदर प्रयास..
सभी विजेताओं को बधाई हो.....हिन्दयुग्म को नयी सफलता पर पुनः बधाई
सबसे पहले हिन्दयुग्म को उसकी एक और नई कामयाबी के लिए बधाई. इसी क साथ यूनिकवि और यूनिपाठक को मेरी तरफ से बधाई.
बहुत ही बेहतरीन प्रयास। समीर भाई अक्सर अपनी टिप्पणियों से प्रोत्साहित करते रहते हैं, लेकिन उनके प्रोत्साहन का ये अनूठा तरीका बहुत ही प्यारा लगा अब उनकी अमुल्य टिप्पणी के साथ ही उनकी अमुल्य पुस्तक भी मिलेगी, पंजाबी की कहावत याद आ गई, 'नाले पुन्न ते नाले फलियां' यानि हिंदी सेवा का पुण्य भी मिलेगा और किताबों के रुप में कमाई यानि फल भी मिलेगा। हिंद युग्म यूं ही तरक्की करता रहे।
कुछ सामान्य चूकों की और ध्यान दिलाना चाहूंगा
मेरे ख्याल से मई 2009 का यूनिकवि बनने के लिए की जगह पर जून आना चाहिए था
दिए जाने वाले ईनामों की जानकारी देते समय भूल वश बिखारे मोती को कोती लिख दिया गया है, कृप्या इन भूलो का सुधार कर दें धन्यवाद।
जगदीप जी,
आपने त्रुतियों की ओर ध्यान दिलाकर जो हमारी मदद की है, उसके लिए हम शुक्रगुजार हूँ। अब ठीक कर दी गई है।
Vow ab to bikhre Moti sametna ke liye kuch karna hoga, Sameer ji badhayi ho
Devi Nangrani
15 जून तक कविता भेजने की कोशिश करूँगा।
क्या बाल-कविता भी भेज सकता हूँ?
E-Mail- से सूचित करें।
E-Mail-
roopchandrashastri@gmail.com/
umesh ki kavita bahut sundar lagi.
उभरते हुए कवियों को प्रोत्साहित करने का हिंद-युग्म का प्रयास सराहनीय एवं प्रशंसनीय है......और इस बार की प्रतियोगिता तो सचमुच ख़ास है.....समीर जी की "बिखरे मोती" जो साथ है....
यहाँ एक बात पर ध्यान दिलाना चाहूंगा कि आपने "जून 2009 का यूनिकवि बनने के लिए" नियम क्रमांक २ में निःशुल्क यूनिप्रशिक्षण का लिंक "http://kavita.hindyugm.om/2007/07/blog-post_1474.html" दिया है जो वास्तव में "http://kavita.hindyugm.com/2007/07/blog-post_1474.html" होना चाहिए.....
साभार
हमसफ़र यादों का.......
ये एक सर्थक और उत्साहजनक प्रयास है विजेताओं को बहुत बहुत बधाई और शुभकानायें
हिन्दी को बढावा देने मे यह एक बहुत ही अच्छा प्रयास है । इसके लिये आयोजन कर्ता धन्यवाद के पात्र है ।
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