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Wednesday, November 05, 2008

यूनिकवि एवं यूनिपाठक प्रतियोगिता में ज़रूर भाग लें


हिन्द-युग्म २३ महीनों से यूनिकवि एवम् यूनिपाठक प्रतियोगिता का आयोजन कर रहा है, जिसका सबसे प्रमुख उद्देश्य यूनिकोड (देवनागरी) के प्रयोग को प्रोत्साहित करना और नई प्रतिभाओं को मंच देना है। अभी पिछले ही महीने हमने वार्षिक पाठक सम्मान को समारोह में देने की घोषणा की है।

हम नवम्बर माह की यूनिकवि प्रतियोगिता के लिए प्रविष्टियाँ आमंत्रित करते हैं और साथ ही यूनिपाठकों का आव्हान करते हैं।

यूनिकवि बनने के लिए-

१) अपनी कोई मौलिक तथा अप्रकाशित कविता १५ नवम्बर २००८ की मध्यरात्रि तक hindyugm@gmail.com पर भेजें।

(महत्वपूर्ण- मुद्रित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित रचनाओं के अतिरिक्त गूगल, याहू समूहों में प्रकाशित रचनाएँ, ऑरकुट की विभिन्न कम्न्यूटियों में प्रकाशित रचनाएँ, निजी या सामूहिक ब्लॉगों पर प्रकाशित रचनाएँ भी प्रकाशित रचनाओं की श्रेणी में आती हैं।)

२) कोशिश कीजिए कि आपकी रचना यूनिकोड में टंकित हो।
यदि आप यूनिकोड-टाइपिंग में नये हैं तो आप हमारे निःशुल्क यूनिप्रशिक्षण का लाभ ले सकते हैं।

३) परेशान होने की आवश्यकता नहीं है, इतना होने पर भी आप यूनिकोड-टंकण नहीं समझ पा रहे हैं तो अपनी रचना को रोमन-हिन्दी ( अंग्रेजी या इंग्लिश की लिपि या स्क्रिप्ट 'रोमन' है, और जब हिन्दी के अक्षर रोमन में लिखे जाते हैं तो उन्हें रोमन-हिन्दी की संज्ञा दी जाती है) में लिखकर या अपनी डायरी के रचना-पृष्ठों को स्कैन करके हमें भेज दें। यूनिकवि बनने पर हिन्दी-टंकण सिखाने की जिम्मेदारी हमारे टीम की।

४) एक माह में एक कवि केवल एक ही प्रविष्टि भेजे।

यूनिपाठक बनने के लिए

चूँकि हमारा सारा प्रयास इंटरनेट पर हिन्दी लिखने-पढ़ने को बढ़ावा देना है, इसलिए पाठकों से हम यूनिकोड ( हिन्दी टायपिंग) में टंकित टिप्पणियों की अपेक्षा रखते हैं। टायपिंग संबंधी सभी मदद यहाँ हैं।

१) १ नवम्बर २००८ से ३१ नवम्बर २००८ के बीच की हिन्द-युग्म पर प्रकाशित अधिकाधिक प्रविष्टियों पर हिन्दी में टिप्पणी (कमेंट) करें।

२) टिप्पणियों से पठनीयता परिलक्षित हो।

३) हमेशा कमेंट (टिप्पणी) करते वक़्त समान नाम या यूज़रनेम का प्रयोग करें।

४) हिन्द-युग्म पर टिप्पणी कैसे की जाय, इस पर सम्पूर्ण ट्यूटोरियल यहाँ उपलब्ध है।

कवियों और पाठकों को निम्न प्रकार से पुरस्कृत और सम्मानित किया जायेगा-


१) यूनिकवि को रु ६०० का नकद ईनाम, रु १०० की पुस्तकें और एक प्रशस्ति-पत्र।

२) यूनिपाठक को रु ३०० का नकद ईनाम, रु २०० की पुस्तकें और एक प्रशस्ति-पत्र।

३) एक से चौथे स्थान के पाठकों को कवि गोपाल कृष्ण भट्ट 'आकुल' का काव्य-संग्रह 'पत्थरों का शहर’ की एक-एक प्रति।

४) दूसरे से दसवें स्थान के कवियों को कवि गोपाल कृष्ण भट्ट 'आकुल' का काव्य-संग्रह 'पत्थरों का शहर’ की एक-एक प्रति।

प्रतिभागियों से भी निवेदन है कि वो समय निकालकर यदा-कदा या सदैव हिन्द-युग्म पर आयें और सक्रिय कवियों की रचनाओं को पढ़कर उन्हें सलाह दें, रास्ता दिखायें और प्रोत्साहित करें।

प्रतियोगिता में भाग लेने से पहले सभी 'नियमों और शर्तों' को पढ़ लें।

आप भाग लेंगे तो हमारे प्रयास को बल मिलेगा, तो आइए और हमारा प्रोत्साहन कीजिए। अभी २ दिन पूर्व ही हमने अक्टूबर माह की यूनिकवि एवं यूनिपाठक प्रतियोगिता के परिणाम प्रकाशित किये हैं। यहाँ पढ़ें।

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2 कविताप्रेमियों का कहना है :

Unknown का कहना है कि -

कोशिश करूगा कुछ लिखने की
काफी समय से कुछ लिखा नही

मुझे गज़ल लिखने मे ज्यादा आसानी रहती है पर अभी 'बहर' की जानकारी नही होने से लिखना काफी समय से बंद कर रखा है

सुमित भारद्वाज

Sujata Dua का कहना है कि -
This comment has been removed by the author.

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