काव्य-प्रेमियो,
पिछले पाँच महीनों से हिन्द-युग्म सामूहिक कविता-लेखन 'काव्य-पल्लवन' का संचालन कर रहा है। शुरूआत के चार अंकों तक यह कार्यशाला सदस्य कवियों तक सीमित थी। काव्य-पल्लवन का जुलाई अंक जो कि २६ जुलाई को प्रकाशित होगा, से हमने यह कार्यशाला सभी के लिए खोल रखी है।
इस कार्यशाला में किसी एक विषय पर सभी लोग अपनी-अपनी कविताएँ लिखते हैं, जिन्हें माह के अंतिम गुरुवार को हिन्द-युग्म पर प्रकाशित कर दिया जाता है। पूरी जानकारी यहाँ है।
अभी तक विषय-चयन सदस्य कवियों द्वारा किया जाता रहा है। अगली बार हम विषय-चयन भी सभी से करवाना चाहते हैं। यदि आप चाहते हैं कि आपके विषय पर काव्यात्मक चर्चा हों, सभी लोग कविता के रूप में अपने विचार दें तो यह सुनहरा अवसर है।
आप अपना विषय लिखकर mohinder56@gmail.com पर मंगलवार, २४ जुलाई २००७ (मध्यरात्रि) तक ईमेल कर दीजिए। याद रखिए विषय समसामयिक हो, जिस पर सार्थक चर्चा हो, हर कोई लिख सके, अधिकतम ४-५ शब्दों का हो।
प्राप्त विषयों में से कोई एक विषय चुनकर २५ जुलाई को हिन्द-युग्म पर सूचनार्थ प्रकाशित कर दिया जायेगा।
जो पाठक नये हैं वो काव्य-पल्लवन के बारे में और काव्य-पल्लवन के पुराने अंकों को नीचे की कड़ियों पर क्लिक करके पढ़ सकते हैं।
काव्य-पल्लवन
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कविताप्रेमी का कहना है :
काव्य पल्लवन के सभी अंक उत्कृष्ठ हैं। मैं इस प्रयास की सफलता में अपना योगदान अवश्य देना चाहूँगी।
-रचना सागर
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