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बेहतर रचना !
मुँह क्या मोड़ा माया नेसाख गई, सत्कार गयापूरी रचना सुन्दर है, और हकीकत से अवगत कराती ये पंक्तिया बहुत अच्छा लगाधन्यवादविमल कुमार हेडा
रचना अच्छी लगी।
बढ़िया रचना!!
मुँह क्या मोड़ा माया नेसाख गई, सत्कार गयबहुत खूब धन्यवाद्
उनसे आँख लड़ी जब ‘श्याम’दिल अपना उस पार गयाप्रेम की सुंदर भावनाएँ दर्शाती..सुंदर ग़ज़ल..बढ़िया लगी..धन्यवाद श्याम जी
बेहद खूबसूरत गज़लहर शेर अच्छे, हर बात अच्छी।
सुंदर रचना..बधाई!
जब आपस का प्यार गयाजीने का आधार गया.....मुँह क्या मोड़ा माया नेसाख गई, सत्कार गया..........बहुत की सरल ओर सरस रचना एक एक शेर जबरदस्त धन्यवाद
sandhar, badhii .... धन्यवाद
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10 कविताप्रेमियों का कहना है :
बेहतर रचना !
मुँह क्या मोड़ा माया ने
साख गई, सत्कार गया
पूरी रचना सुन्दर है, और हकीकत से अवगत कराती ये पंक्तिया बहुत अच्छा लगा
धन्यवाद
विमल कुमार हेडा
रचना अच्छी लगी।
बढ़िया रचना!!
मुँह क्या मोड़ा माया ने
साख गई, सत्कार गय
बहुत खूब धन्यवाद्
उनसे आँख लड़ी जब ‘श्याम’
दिल अपना उस पार गया
प्रेम की सुंदर भावनाएँ दर्शाती..सुंदर ग़ज़ल..बढ़िया लगी..धन्यवाद श्याम जी
बेहद खूबसूरत गज़ल
हर शेर अच्छे, हर बात अच्छी।
सुंदर रचना..बधाई!
जब आपस का प्यार गया
जीने का आधार गया
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मुँह क्या मोड़ा माया ने
साख गई, सत्कार गया
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बहुत की सरल ओर सरस रचना
एक एक शेर जबरदस्त
धन्यवाद
sandhar, badhii .... धन्यवाद
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