ज़िन्दगी हो सुहानी नये साल में
दिल में हो शादमानी नये साल में
सब के आँगन में अबके महकने लगे
दिन को भी रात-रानी नये साल में
ले उड़े इस जहाँ से धुआँ और घुटन
इक हवा ज़ाफ़रानी नये साल में
इस जहाँ से मिटे हर निशाँ झूठ का
सच की हो पासबानी नये साल में
है दुआ अबके ख़ुद को न दोहरा सके
नफ़रतों की कहानी नये साल में
बह न पाए फिर इन्सानियत का लहू
हो यही मेहरबानी नये साल में
राजधानी में जितने हैं चिकने घड़े
काश हों पानी-पानी नये साल में
वक़्त! ठहरे हुए आँसुओं को भी तू
बख़्शना कुछ रवानी नये साल में
ख़ुशनुमा मरहलों से गुज़रती रहे
दोस्तों की कहानी नये साल में
हैं मुहब्बत के नग़्मे जो हारे हुए
दे उन्हें कामरानी नये साल में
अब के हर एक भूखे को रोटी मिले
और प्यासे को पानी नये साल में
काश खाने लगे ख़ौफ़ इन्सान से
ख़ौफ़ की हुक्मरानी नये साल में
देख तू भी कभी इस ज़मीं की तरफ़
ऐ नज़र आसमानी ! नये साल में
कोशिशें कर, दुआ कर कि ज़िन्दा रहे
द्विज ! तेरी हक़-बयानी नये साल में.
शादमानी- प्रसन्नता ; जाफ़रानी- केसर जैसी सुगन्ध जैसी ; पासबानी-सुरक्षा ; हुक्मरानी- सत्ता,शासन ;
हक़-बयानी- सच कहने की आदत; कामरानी- सफलता; मरहले- पड़ाव
--द्विजेन्द्र द्विज
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8 कविताप्रेमियों का कहना है :
नववर्ष की शुभकामनाएँ
ग़ज़ल सुंदर है, सरल है |
इस रचना और नव वर्ष के लिए बधाई, शुभकामनाएं |
-- अवनीश तिवारी
हिन्द-युग्म और dwij जी को नये साल की शुभ कामनाएं...
BAHUT HI SUNDAR GAJAL.
HAPPY NEW YEAR.
ALOK SINGH "SAHIL"
नव वर्ष की शुभकामनायें:
सब के आँगन में अबके महकने लगे
दिन को भी रात-रानी नये साल में...
भाई जान को नमस्कार ,
ठीक नए साल को शानदार ग़ज़ल कहने का शुक्रिया....
इश्वर करे के वो हर बात कबूल हो जो आपने ग़ज़ल में कही है....
क्या ही हसीं दुनिया का नज़्ज़ारा होगा ...है ना...??
आमीन.........!!!!!!!!!!!!!!!!!!!
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं आप सभी को
अच्छी गज़ल
सुमित भारद्वाज
नए साल की ग़ज़ल रूपी दुआ
बहुत सुंदर लगी
सभी हिन्दयुग्म साथियों को
नया साल मंगलमय हो
धन्यवाद
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