दीपों का त्योहार 'दीपावली' की दस्तक सुनाई देने लगी है। दीपावली भारत का महापर्व है। अब यह देश में ही नहीं वरन् विदेश में भी पारम्परिक हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। हर त्यौहार की तरह दीवाली भी अपने भीतर विविध रंग समेटे हुई है। हर माह के अंत में विषय-विशेष कविताओं का प्रकाशन 'काव्य-पल्लवन' के नाम से हिन्द-युग्म इन्हीं विविध रंगों को कविताई आवरण पहनाने के लिए करता है। तो हमने सोचा कि क्यों न इस माह का काव्य-पल्लवन 'दीपावली' पर आयोजित किया जाय! आखिर हम भी देखें कि हिन्द-युग्म को पढ़ने वाले कविताकार दीपावली को किस-किस दृष्टि से देखते हैं।
आप 'दीपावली' विषय पर कविताएँ लिखकर २४ अक्टूबर २००८ तक kavyapallavan@gmail.com पर भेजें। कविता मौलिक तथा अप्रकाशित होनी चाहिए।
चित्रकार और फोटोग्राफर विषय-विशेष चित्र और छायाचित्र भी भेज सकते हैं। काव्य-पल्लवन के दीपावली विशेषांक का प्रकाशन इसी मंच पर २६ अक्टूबर २००८ को किया जायेगा।
अधिक जानकारी के लिए यहाँ देखें।
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5 कविताप्रेमियों का कहना है :
इन विषयों पर बचपन में लिखते थे...फ़िर लिखेंगे...बाल उद्यान पर भी छापियेगा....हैप्पी दीवाली....
अच्छा विषय चुना है. आशा है अधिक और सुंदर रचनाएँ सुनने को मिलेंगी.
खूब सारी रचनाओ के मिलने की उम्मीद है.
अच्छा विषय
मैं भी अपनी कविता आपको आज भेज रही हूँ | आशा है आपको पसंद आएगी |
-अर्चना
Sunder Prakash ka parv !!!!
Kuch yaado ke saath post karengey.
Shukriya
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