आज हम अपना नया गीत लेकर श्रोताओं के समक्ष उपस्थित हैं। इस गीत के बनने की कहानी सुनते हैं।
लखनऊ के ज्योति मुन्ना सोरेन जब मुम्बई पहुंचे तो उन्हें नाम मिला "रोंनी". इसी नाम से उनका ओरकुट प्रोफाइल था, शुरू में लगा कि पाश्चात्य संगीत का कोई दीवाना है, पर जब बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ तो पता चला कि ये तो अपने ही किशोर दा के संगीत के मारे हैं, बहरहाल इन्हें जब सजीव सारथी ने हिन्द-युग्म के एल्बम के लिए गाना करने के लिए कहा तो फ़ौरन राजी तो हो गए जनाब, पर समस्याएं बहुत सारी थी, घर पे कंप्यूटर का न होना, साफ़्टवेयर का न होना, साफ़्टवेयर की जानकारी न होना, ऊपर से ऑफिस में काम की अधिकता, पर सोरेन भी हार मानने वाले कहाँ थे, गाने का जूनून इतना था कि एक महीने में ही इन्होंने ये सारे काम कर डाले, साफ़्टवेयर सीखने में हमारे युग्म के स्थायी संगीतकार ऋषि ने इनकी मदद की आखिरकार आज गाना संपन्न हुआ, सोरेन बेशक आज के संगीतकार हैं पर उनके संगीत और गायन आपको ८० के दशक में ले जाएगा, 34 वर्षीय सोरेन आजकल SBT के कोची शाखा मे कार्यरत हैं, बैंक से निकलकर बाकी समय संगीत को देते हैं, सजीव सारथी को यकीं है कि आगे भी सोरेन का संगीत युग्म की शोभा बढ़ायेगा, आप भी सुनिए ये गीत, हो सकता है कि आप भी सोरेन के संगीत से सम्मोहित हो जाए।
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यदि आप इस गीत को उपर्युक्त प्लेयर से नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंकों से डाऊनलोड कर लें (ऑडियो फ़ाइल तीन अलग-अलग फ़ॉरमेट में है, अपनी सुविधानुसार कोई एक फ़ॉरमेट चुनें)
VBR MP3
64Kbps MP3
Ogg Vorbis
इस गीत का एक और संस्करण यहाँ से डाऊनलोड किया जा सकता है।
गीत के बोल-
सपनों के पंखों से जुड़ने लगता है मन,
रंग भरे अम्बर में उड़ने लगता है मन,
ऐसा है तेरे इन नैनों का सम्मोहन,
ऐसा है तेरे इन नैनो का सम्मोहन.
1.
दो झिलमिलाते नगीने हैं,
या रोशनी का झुरमुट है ,
है धूप के दो झरोखे ये ,
या जुगनुओं का जमघट है .
चूम ले एक नज़र तो
जगमगाता है मन,
रातों को बन के सितारा
टिमटिमाता है मन,
ऐसा है तेरे इन नैनो का सम्मोहन ,
ऐसा है तेरे इन नैनो का सम्मोहन
2.
झीलें हैं दो मधुशालों की ,
डूबीसी जिनमे दिल की बस्ती है ,
नीले भंवर हैं दो गहरे से ,
लहरों में भीनी-भीनी मस्ती है ,
होंठों से जो चख ले तो ,
बहने लगता है मन,
दो घूंट में ही नशे में
लड़खडाता है मन,
ऐसा है तेरे इन नैनो का सम्मोहन,
ऐसा है तेरे इन नैनो का सम्मोहन
युग्म के अब तक के स्वरबद्ध गीत आप यहाँ सुन सकते हैं -
सुबह की ताज़गी
वो नर्म सी...
ये ज़रूरी नही
तू है दिल के पास
एक झलक
बात ये क्या है जो
मुझे दर्द दे
आप क्या कहना चाहेंगे? (post your comment)
24 कविताप्रेमियों का कहना है :
सोरेन जी को उनकी इस प्रस्तुति के लिए बहुत सारी शुभकामनाएं !सजीव जी को दाद देनी पड़ेगी ,देश के कोने कोने से वो हमारे लिए अनमोल रतन ढूंढ कर लाते हैं !गीत ,संगीत और आवाज़ मधुर है !परन्तु मुझको वाद्य यंत्र जैसे ढोलक,बांसुरी आदि की कमी लग रही थी !मुझको संगीत की अधिक जानकारी नही है हो सकता है मैं अपनी जगह ग़लत हूँ इस खूबसूरत गीत के लिए पूरी टीम को बहुत बहुत बधाई सोरेन जी से आशा करती हूँ कि भविष्य में उनसे और गीत भी सुनने को मिलेंगे !अपनी कड़ी म्हणत के लिए वो बधाई के पात्र हैं !
अच्छी कोशिश पर इस में म्यूजिक का शोर बहुत है .जो सुनने में अवरोध पैदा कर रहा है ..मैंने एक दो बार सुना मुझे यही महसूस हुआ ..बाकी स्वर अच्छे हैं और सजीव जी का लिखा हुआ गीत भी सुंदर है !!
"good lyrics with beautiful words"
Regards
मुझे कुछ खास नहीं लगा संगीत. कविता अच्छी है .
soren
hi
i liked your song as well as attemt... let me tell you i am not a good composer or a singer but still would like to say few words 4 u....here every one treats as family member so even if some thing wrong u should take it positively... there is a way out of every labyrinth and an answer to every enigma...:-)the only requirement are the confidence, hard work and determination and u get the answer ! :-)
its my personal experience..
regards
sunita
Thanks Shivani ji.
Actually an artiste is always Hungry for praise. (Even if he is a bad artiste.... Just joking) But i appreciated ur appreciation for my work. Actually... the recording was done in my home p.c. That too on a notation based Software. So i could not include Tabla and Bansuri. Next time i promise i shall take much more care for arranging the songs.
Take care.
Hi Ranju.
Kindly go to the last link which is the bette version of my composition. The melody and arrangement is same except for the mixing. Kindly see it and lemme know ur response. Even then thanks for the commnent. I promise this newer version will be satisfying ur music taste buds.
Take care.
Hello Seema ji
composition k bare mein bhi pls kuch boliye.
Regards
Soren
Hello shobha ji.
Gaane mein kami bataiye. Agle kaam mein aur acha karoonga. Technically i was a bit weak. Couldn't mix it well. What is ur taste for music. Which genre of music do u like most. Pls let me know. Even then thanks for the comment. It helps us improve our quality.
Regards
soren
Hi Sunita,
Hows life. Trying to compose bhai. Even then i do not feel bad about any comment or anything. Bogged down with bank work. Did not take leave even during Christmas last year. Jaldi mein Computer Kharida aur kaam chalu kiya. Notation mein problem nahin hain but i did not have the right software to mix my songs well. Thanks for sharing ur experience. It will definitely help me do better.
Once again
Asta La Vista
Soren
Wow! Soren, i liked the chord progressions on the mukuda. The flow of the song sounds professional. But as one of other comments and you pointed out yourself, the mix could have been better. If the instruments took their places and sounded at right volumes, it would have taken the song to the next level. I dont know if its coz im listening on bad speakers in my laptop but your voice has been dominated by the instruments. However i know we do the job of composer,arranger and sound engineer when we do these songs at home :). I appreciate the attempt.
गीत के बोल और सोरेन की आवाज़ प्रभावी है। लेकिन सबकी ज़रूरी बात होती है किसी भी गीत में, संगीत, गीत गायकी का उचित संयोजन। अभी उस पर बहुत काम करने की आवश्यकता है। गीत का नया संस्करण बेहतर है, लेकिन उसमें भी संयोजन बहुत बढ़िया नहीं है। ऋषि एस॰ बालाजी को एक अनुभवी होने की नाते सोरेन की मिक्सिंग में भी मदद करनी चाहिए।
shailesh ji mai aapse bilkul sehmat hoon Lekin rishi se madad lene se pehle hi wo bhaisaheb Chicago chale gaye. Beherhal Kuch Khas softwares k na hone kiwajah se kaam mein naqamyab to nahin kahoonga, wo cheez nahin la paya. Phir bhi, aap aakhiri link agar sune to aapko usme achi mix mere hisab se mil jayegi. apna e-mail adress dein mai aapko swayam wo particular file bhej doonga. Chunki wo 8 mb ki thi is liye shayad normal jagar par usko upload nahin kiya gaya hai. Phir bhi wo last line k neeche hain. Ek baar usko bhi dekh lein.
Dhanyawad aapke protsahan k liye. Age aur khoobsoorat kaam karoonga.
soren bhaiii nice song i liked it as Rishi bhaiii said the mixing wsa the only problem the rest was really good .... good work Soren bhai
Hi Soren,
Great job, friend. Excellent, keep it up. I've already become your fan, and
I really like your attitude about the whole thing. Wish you the best, PLEASE give us more.
ड़ाउनलोड कर सुनता हूं हर बार, इस बार जैसे ही शुरु किया, वाद्ययंत्र स्वर पर हावी इतने थे कि एक-दो लाईन के बाद सुनने का मन ही नही हुआ!
geet bahut sundar hai,sunne mein bhi accha lag raha hai,ranju ji se semat hun sangeet ka shor jyada lag raha, geet k bol sundar.sorenji ko geet ke badhai.
प्रिय सोरेन जी !
आपके पहले प्रयास के रूप में और एक कंप्यूटर टेकी न होने के वावजूद, आपका प्रथम प्रयास अच्छा रहा. मैं बाकी टिप्पणीकारों के सुझावों से सहमत होते हुए भी, आपकी लगन की प्रशंसा करना चाहूँगा. मैं कोई कोम्पोसिटर या संगीत का जानकर नहीं हूँ परन्तु जहाँ तक मिक्सिंग और सौफ्टवेयर का सवाल है मुझे प्रसन्नता होगी कि आपकी उभरती हुयी प्रतिभा में मैं सहायक बन सकूं. रही गीत के बोल आदि की बात तो सजीव जी मेरे अभिन्न मित्र हैं. अतः उनके लिए प्रशंसा के शब्द मेरे द्वारा कहे जाएं वो कोई भी अर्थ नहीं रखते. वो लिखते ही इतना सुंदर हैं .
good keep it up
शुभकामनाएं
कमाल की चीज लाएँ हैं आप। साधुवाद।
आज इस गीत को सुनने का अवसर मिला है.
मैंने इस का आखिरी वाला download ओप्शन चुना है.http://ia341040.us.archive.org/0/items/Sammohan_by_Soren_Sajeev/SammohanFinal1.acidPro.म्प३-
उस के आधार पर अपनी राय दे रही हूँ.
गीत--गीत अच्छा है.खूब लिखा है.
संगीत---
संगीत रचना में साधन सीमित हैं.सिर्फ़ एक software पर निर्भर हैं.
उस हिसाब से धुन अच्छी बनी है.
स्टूडियो में इस गीत में और sound effect डाल कर इस का सम्मोहन बढाया जा सकता है.
गायक--जो गीत मैंने सुना उस में गायक की आवाज़ संगीत से fade नहीं हो रही.आप की आवाज बिल्कुल अलग तरह की है.यह ख़ास बात है.कहीं कहीं भूपेन हजारिका जैसी लगी.
जो एक कोम्प्लिमेंट ही है.आवाज़ बहुत अच्छी है aur gayeeki bhi-dhnywaad.
सोरेन जी , आपके द्वारा तैयार किया गीत बहुत हीं अच्छा बन पड़ा है। संगीत ने पुराने दिनों की यादें ताज़ा कर दी हैं। गीत के बोल भी सजीव जी ने बहुत हीं मनमोहक लिखे हैं। हाँ, लेकिन संगीत और आपके स्वर में सामंजस्य थोड़ा कमतर लगा है मुझे। कृप्या इसपर ध्यान देंगे।
-विश्व दीपक 'तन्हा'
सोरेन जी अच्छी प्रस्तुति, परन्तु संगीत में अत्यधिक शोर थोड़ा अरुचिकर लगा.
बधाई हो
आलोक सिंह "साहिल"
hi bahut achha. अच्छी कोशिश पर इस में म्यूजिक का शोर बहुत है
sundar.....
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