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Tuesday, December 04, 2007

घनत्व



गांव की चौपाल
मास्टर जी
दैनिक अखबार
और दीनू काका
एक गवाह
एक वक्ता
एक तहरीर
एक श्रोता व टिप्पणीकार
आज की खबर
दूर ब्रह्माण्ड में
एक छोटा सितारा
अपने घनत्व का लाभ उठा
अपने आस पास से गुजरते
साथी सितारों को लील रहा है
उन्हे द्रव्य शून्य कर रहा है
समझ रहे हो न काका
मास्टर जी ने ऐनक से
झांक कर दीनू काका से पूछा
दीनू काका मुस्कराये, बोले
इसमें समझना क्या है
मैने अपने गांव के
सूदखोर बनिये को
बहुत पास से देखा है
घनत्व का लाभ इस संसार में
कौन नही उठाता है
जिस के हाथ मे होती है लाठी
भैंस वही ले जाता है.

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13 कविताप्रेमियों का कहना है :

अवनीश एस तिवारी का कहना है कि -

कमाल का व्यंग किया है |
कंहा ब्रह्माण्ड का सितारा कंहा इस दुनिया का बनिया |

वाह.
अवनीश तिवारी

राजीव रंजन प्रसाद का कहना है कि -

मोहिन्दर जी,

आपकी श्रेष्ठ रचनाओं में मैं इसे रखूंगा। बहुत खूबसूरत बिम्ब से बहुत बडे सत्य का प्रस्तुतिकरण।

मैने अपने गांव के
सूदखोर बनिये को
बहुत पास से देखा है
घनत्व का लाभ इस संसार में
कौन नही उठाता है
जिस के हाथ मे होती है लाठी
भैंस वही ले जाता है.

*** राजीव रंजन प्रसाद

रंजू भाटिया का कहना है कि -

मोहिंदर जी ..बहुत ही सही अंदाज़ से आपने इस व्यंग को लिखा है ,जो प्रतीक चुना है वह कमाल का है
बधाई सुंदर रचना के लिए !!

Alpana Verma का कहना है कि -

घनत्व का लाभ इस संसार में
कौन नही उठाता है
जिस के हाथ मे होती है लाठी
भैंस वही ले जाता है.

कविता का सारा निचोड़ इन पंक्तियों में नजर आता है-अच्छी रचना है-
-अल्पना वर्मा

Sajeev का कहना है कि -

वाह मोहिंदर एकदम ही नया रूप दिखया है आज आपने, मारक रचना के लिए बहुत बहुत बधाई

भूपेन्द्र राघव । Bhupendra Raghav का कहना है कि -

गजब का व्यंग
निराला ढंग
ब्रह्माण्ड प्रसंग
बनिये का रंग
घनत्व की जंग

-मन प्रसन्न
बधाई

शोभा का कहना है कि -

वाह मोहिन्दर जी
विग्यान की इतनी सुन्दर व्याख्या कर दी । साहित्यकार होने का यही लाभ है । अपनी-अपनी दृष्टि है ।
घनत्व का लाभ इस संसार में
कौन नही उठाता है
जिस के हाथ मे होती है लाठी
भैंस वही ले जाता है.
घनत्व का लाभ सब उठाते हैं । सही लिखा । बधाई

नीरज गोस्वामी का कहना है कि -

कमाल का लेखन. धारधार रचना.
बधाई
नीरज

SahityaShilpi का कहना है कि -

मोहिन्दर जी!
बहुत दिनों बाद आप ने अपनी प्रतिभा से पूरा न्याय किया है और वो भी एक बिल्कुल नये अंदाज़ की रचना द्वारा! बधाई स्वीकारें!

शैलेश भारतवासी का कहना है कि -

ठीक बात है

Anupama का कहना है कि -

KYA BAAT HAI.....KAMAAL KI BAAT KO KAMAAL KE SALIKE SE BAYAAN KAR DIYA....der aaye durust aaye hum phir ;)

विश्व दीपक का कहना है कि -

मैने अपने गांव के
सूदखोर बनिये को
बहुत पास से देखा है
घनत्व का लाभ इस संसार में
कौन नही उठाता है
जिस के हाथ मे होती है लाठी
भैंस वही ले जाता है.

दर्द का बहुत हीं सुंदर विश्लेषण किया है आपने मोहिंदर जी। सितारे का बढिया प्रयोग है। ऎसे हीं सत्य का सहयोग करते रहें।

-विश्व दीपक 'तन्हा'

Anonymous का कहना है कि -

बहुत ही अच्छी पहल है,इससे कुछ नई प्रतिभाओं को उभरने ka मौका मिलेगा.
हम जरुर प्रयास करेंगे.
आलोक सिंह "साहिल"

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