फटाफट (25 नई पोस्ट):

Thursday, November 01, 2007

सुहानी सुबह हो रही है



खिले रात की गहराई में
सपनो की हकीकत
चाँद के साथ रतजगा ,
ओढ़ के चांदनी की चादर
पेड से लिपटी लता सी
पुष्प पल्लवित घटा सी
शब्द की जुबान
निशब्द हो रही है ,
सीपी में बंद बूँद सी
प्यार की बारिश घनेरी
मोती सी खिल के
बिस्तर की सलवटों में
सपनों में खो रही है,
सृजक बनी मेरी हर रचना
तुझ से ही मिले प्रेरणा बीज
साँसों की वीणा के संग
बस पल्लवित हो रही है
हाँ देखो ,एक नई गीत की
एक नई प्रीत की
सुरीली सी आहट
हो रही है
विरह की रात ढल चुकी अब
सुहानी सुबह हो रही है !!

आप क्या कहना चाहेंगे? (post your comment)

24 कविताप्रेमियों का कहना है :

अवनीश एस तिवारी का कहना है कि -

रात से सुबह तक के सफर को अच्छा व्यक्त किया है.


सृजक बनी मेरी हर रचना
तेरी ही मिली प्रेरणा बीज से


अच्छी पंक्तिया बनी है.
बधाई
अवनीश तिवारी

नीरज गोस्वामी का कहना है कि -

जितने सुंदर शब्द उतने ही सुंदर भाव
बधाई

नीरज

Dreamer का कहना है कि -

बहुत खूब रंजना जी...

मैं दीपक हूँ कि मेरा साथ सहर होने तलक का था...
मेरा रुतबा, मेरा अखलाक सहर होने तलक का था...
अंधेरो मैं जो घिर जाओ कभी फ़िर याद कर लेना...
कि था कोई कि जिसका अश्क जहर होने तलक का था....


सप्रेम ......

आर्यन

Mohinder56 का कहना है कि -

रंजना जी,

रात से नींद तक,
नींद से ख्वाव तक,
ख्वाव से गीत तक
गीत से प्रीत तक
का सफ़र सुन्दर बन पडा है.
बधाई

राजीव रंजन प्रसाद का कहना है कि -

खिले रात की गहराई में
सपनो की हकीकत
चाँद के साथ रतजगा

पेड से लिपटी लता सी
पुष्प पल्वित घटा सी
शब्द की जुबान
निशब्द हो रही है ,

साँसों की वीणा के संग
बस पल्वित हो रही है

बहुत ही चमत्कृत करने वाले बिम्बों के साथ बेहद आशावादी रचना।

*** राजीव रंजन प्रसाद

Sajeev का कहना है कि -

ranju ji kya kahun itni pyari rachna hai ye sundar bahut sundar
ओढ़ के चांदनी की चादर
पेड से लिपटी लता सी
पुष्प पल्वित घटा सी
शब्द की जुबान
निशब्द हो रही है ,
main bhi ho gaya nishabd

Anonymous का कहना है कि -

रंजना जी,
रात की गहराई से सुहानी सुबह....हर पंक्ति, हर शब्द पसंद आये।
धन्यवाद,
तपन शर्मा

आर्य मनु का कहना है कि -

प्रणाम दी',
हर एक शब्द में नवीनता का अहसास,
रात की बात से प्रभात की वात तक की यात्रा कराने हेतु धन्यवाद देता हूँ ।
साभार,
आर्यमनु, उदयपुर ।

शोभा का कहना है कि -

रंजना जी
छायावादी कविता लिखी है आपने । आशा का पुट भी दिखाई दे रहा है ।
साँसों की वीणा के संग
बस पल्वित हो रही है
हाँ देखो ,एक नई गीत की
एक नई प्रीत की
सुरली सी आहट
यह सुरीली आहट जीवन को सदा महकाती रहे यही कामना है । बधाई स्वीकारें ।

विश्व दीपक का कहना है कि -

क्या बात है रंजू जी,
आज तो आप छा गई। बहुत पसंद आई मुझे आपकी रचना, एकदम सुहानी-सी।
बधाई स्वीकारें।

-विश्व दीपक 'तन्हा'

गीता पंडित का कहना है कि -

सृजक बनी मेरी हर रचना
तेरी ही मिली प्रेरणा बीज से
साँसों की वीणा के संग
बस पल्वित हो रही है


हाँ देखो ,एक नई गीत की
एक नई प्रीत की
सुरली सी आहट
हो रही है
विरह की रात ढल चुकी अब
सुहानी सुबह हो रही है !!


रंजना जी,
सुंदर भाव..


बधाई

भूपेन्द्र राघव । Bhupendra Raghav का कहना है कि -

चुनूँ कहाँ से पंक्तियाँ चुनूँ कहाँ से शब्द
पढते पढते हो गया मैं ऐसा स्तब्ध
मैं ऐसा स्तब्ध समझ ना कुछ भी आये
वाह वाह और वाह वाह ही निकली जाये
उपमा अनुपम लता घटा अरु बूँद जुबां से
तुम्ही बताओ और शब्द मैं चुनूँ कहाँ से

सच में मेरे पास शब्द नहीं हैं जो इस रचना की प्रशंसा कर सकूँ ..

Sanjeet Tripathi का कहना है कि -

बढ़िया भावपूर्ण रचना!!

anju का कहना है कि -

bahut khub ranju ji
suchmuch raat mein bhi aisa lag raha hai jese suhani subah hone hi jaa rahi hai
likhte rahiye

मीनाक्षी का कहना है कि -

चाँद के साथ रतजगा ,
ओढ़ के चांदनी की चादर
पेड से लिपटी लता सी ----

बहुत सुन्दर भावभीनी रचना.

गौरव सोलंकी का कहना है कि -

औसत कविता
कई स्थानों पर भाव स्वयं को दोहरा रहे हैं।

Anonymous का कहना है कि -

achhe hindi kaa prayog hai!
kavita padhkar achha lagaa!

Unknown का कहना है कि -

रंजना जी

आपकी लीक से हट कर एक सुन्दर रचना. निःशब्द करने के लिये पर्याप्त

बधाई रचनाओं के नये कलेवर के लिये

शुभकामनायें

RAVI KANT का कहना है कि -

हाँ देखो ,एक नई गीत की
एक नई प्रीत की
सुरीली सी आहट
हो रही है
विरह की रात ढल चुकी अब
सुहानी सुबह हो रही है !!

रंजना जी, अद्भुत रचना! बहुत बहुत पसंद आई।

शैलेश भारतवासी का कहना है कि -

मिलन के शायद यही रास्ते हैं, ऐसे ही भावों-मनोभावों में बैठता-उतरता व्यक्ति मिलन की आस जगा लेता है। आपकी लेखनी धीरे-धीरे परिपक्व हो रही है।

Atul Chauhan का कहना है कि -

"सीपी में बंद बूँद सी
प्यार की बारिश घनेरी
मोती सी खिल के
बिस्तर की सलवटों में
सपनों में खो रही है"
रंजना जी,इन पांच लाईनों में 'सुहानी सुबह' का सारा अर्थ आपने बडी रोचक शैली में ब्यक्त किया है। कम शब्दों के चयन से आप कभी-कभी बडी गहरी बात कह जाती हैं। आपको इस बेहतर प्रस्तुति के लिये धन्यवाद ।

Unknown का कहना है कि -

nike outlet store
mbt shoes outlet
michael kors outlet
nike air huarache
ray ban sunglasses
nike air huarache
mulberry handbags sale
instyler
true religion jeans
coach factory outlet
ghd uk
nike free running
fitflops outlet sale
ray ban sunglasses
longchamp handbags
cheap oakley sunglasses
adidas wings shoes
tory burch outlet online
coach outlet
coach outlet online
christian louboutin outlet
adidas trainers
cheap mlb jerseys
ralph lauren uk
ferragamo shoes
burberry sunglasses on sale
burberry outlet
lebron shoes
michael kors outlet online
tods shoes sale
fitflops sale
fitflops clearance
ferragamo outlet
louis vuitton bags cheap
kobe bryants shoes
16.7.18qqqqqing

raybanoutlet001 का कहना है कि -

michael kors handbags
air jordan uk
nike blazer
michael kors handbags
michael kors handbags
michael kors handbags wholesale
michael kors handbags clearance
ralph lauren
michael kors uk
fitflops

Unknown का कहना है कि -

zzzzz2018.6.2
canada goose outlet
christian louboutin outlet
coach outlet
kate spade outlet
vibram five fingers
true religion jeans
tory burch outlet
mlb jerseys
oakley sunglasses
ferragamo shoes

आप क्या कहना चाहेंगे? (post your comment)