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सुंदर ..बहुत बढ़िया ग़ज़ल..
हाँ खड़ी इक फ़स्ल गम की है मेरे इस दिल में दर्द की इस फ़स्ल का भी लगान लोगे तुमबहुत सुन्दर गजल श्यामजी को बहुत बहुत बधाई धन्यवाद विमल कुमार हेडा
वाह! सुन्दर गज़ल...शाम जी बधाई! आप सभी को नवरात्री की बहुत-बहुत शुभ कामनाएं!
वाह! सुन्दर गज़ल..!!आभार
खूबसूरत शेर ...वाह....पर तीन ही क्यों ..!!रवीन्द्र शर्मा 'रवि '
सुंदर........
एक पैसा दे के मैने दुआ थी मांगी जबकह उठा तब था फकीर आसमान लोगे तुम वाह बहुत खूब धन्यवाद
बहुत सुंदर ग़ज़ल..
सुन्दर ग़ज़ल/रचना...बधाई...
मित्रो गज़ल कबूलने के लिये आप सब का हृद्य से आभारतीन शे‘र इसलिये की और दिल में उतरे ही नहीं और जबरदस्ती ठूंसने को मेरा मन कभी नही मानता आपका श्याम
गज़ल/रचना हेतु वज्नफ़ाइलातुन,फ़ाइलातुन मफ़ाइलुन ,फ़ेलुनफ़कीरा समान लोगे मदगम होकर
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11 कविताप्रेमियों का कहना है :
सुंदर ..बहुत बढ़िया ग़ज़ल..
हाँ खड़ी इक फ़स्ल गम की है मेरे इस दिल में
दर्द की इस फ़स्ल का भी लगान लोगे तुम
बहुत सुन्दर गजल श्यामजी को बहुत बहुत बधाई धन्यवाद
विमल कुमार हेडा
वाह! सुन्दर गज़ल...
शाम जी बधाई! आप सभी को नवरात्री की बहुत-बहुत शुभ कामनाएं!
वाह! सुन्दर गज़ल..!!
आभार
खूबसूरत शेर ...वाह....
पर तीन ही क्यों ..!!
रवीन्द्र शर्मा 'रवि '
सुंदर........
एक पैसा दे के मैने दुआ थी मांगी जब
कह उठा तब था फकीर आसमान लोगे तुम
वाह बहुत खूब धन्यवाद
बहुत सुंदर ग़ज़ल..
सुन्दर ग़ज़ल/रचना...
बधाई...
मित्रो
गज़ल कबूलने के लिये आप सब का हृद्य से आभार
तीन शे‘र इसलिये की और दिल में उतरे ही नहीं और जबरदस्ती ठूंसने को मेरा मन कभी नही मानता
आपका श्याम
गज़ल/रचना हेतु वज्न
फ़ाइलातुन,फ़ाइलातुन मफ़ाइलुन ,फ़ेलुन
फ़कीरा समान लोगे मदगम होकर
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