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Thursday, May 03, 2007

तलाश ***


जाने लोग यहाँ क्या-क्या तलाश करते हैं
पतझड़ों में हम सावन की राह तक़ते हैं
अनसुनी चीखों का शोर हैं यहाँ हर तरफ़
गुँगे स्वरों से नगमे सुनने की बात करते हैं

जाने लोग यहाँ क्या-क्या तलाश करते हैं .....

बाँट गयी है यह ज़िंदगी यहाँ कई टुकड़ों में
टूटते सपनों में,अनचाहे से रिश्तों में
अजनबी लगते हैं सब चेहरे यहाँ पर
हम इन में अपनों की तलाश करते हैं

जाने लोग यहाँ क्या-क्या तलाश करते हैं .....

हर गली हर शहर में डर है यहाँ फैला हुआ
सहमा-सहमा सा माहौल हर तरफ़ यहाँ बिखरा हुआ
संगदिल हो गयी है यहाँ अब हर दिल की धड़कन
बंद दरवाज़ो में हम रोशनी तलाश करते हैं

जाने लोग यहाँ क्या-क्या तलाश करते हैं ...........

सब की ज़ुबान पर है यहाँ अपने दर्द की दास्तान
फैली हुई हर तरफ़ नाकाम मोहब्बत की कहानियाँ
टूटा आईना लगता है हर शख़्स का वज़ूद यहाँ
हम अपने गीतों में फिर भी खुशी की बात रखते हैं

जाने लोग यहाँ क्या क्या तलाश करते हैं .....

ख़ुद को ख़ुद में पाने की एक चाह है यहाँ
प्यार का एक पल मिलता है यहाँ धोखे की तरह
बरसती इन चँद बूंदों में सागर तलाश करते हैं
घायल रूहों में अब भी जीने की आस रखते हैं

जाने लोग यहाँ क्या-क्या तलाश करते हैं .....

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37 कविताप्रेमियों का कहना है :

Anonymous का कहना है कि -

"band kamro mai bhi hum roshni talaash karte hain",,,,ye lines ekdam sahi hai,,apni mazbooriyo aur daayro mai ghire hokar bhi hum kuch paane ki chaah rakhte hain,,,really nice,,,very well written ranju ji,,

NEELMANI का कहना है कि -

Jis Dil say aap Kavita kartay ho wah - - - Wah he nikalta hai.

Ranjana G mainay aaj he Kuch Lines likhee hain woh main bheej raha hoon Scrap K jaree-A

yaha nahi Likhoonga kyoki main aap ki kavita Sangrah ko Baysura nahi karna Chata

Aisay he likhain...

Bharat Deepu का कहना है कि -

mind blowing....

ranjana is d best...

keep it up n all d best...

take care...!

Jagdish Jindal का कहना है कि -

Wonderful ji.. bahut achha likha hai.. :)

Unknown का कहना है कि -

Wah Ranjana ji, aab hum kya bole..
as always...u rock the blog... :)
gr8.....

Tere khayalo mai khuda basta hai...
Rubaru huaa tere khayalo se...
Mujhe khudaii mil gayii..........

Unknown का कहना है कि -

इंसान की बेबसी बहुत ही साफ दर्शायी है आपने
आम इंसान नाउम्‍मीद नहीं है, हर मुश्किल में वह कुछ अच्‍छा होने की राह तकता है, यही उसे मुश्किल में डालता है, फिर भी वह हमेशा यही गलती दोहराता है, आशा करता हूं कि ये कविता उसे कुछ सीखने में मदद करेगी

Anonymous का कहना है कि -

Ranju di..

Kahan se le aate ho itne achhe khayaal... ?
Bahut Gehri baat kahi aap ne, apne kalaam mey, aur bahut dil se kahi..

Well done, Very Well written...

Unknown का कहना है कि -

Ranju ji.
Apne jo bhi likha hai wo 100% sach hai.mai kya hu hame kya chahiye hameri kya jaroorat hai.hame pata hai fir bhi hu lalayit hai yahi sach hai na meri kamna ki purti kabhi bhi puri nahi ho sakti hai yadi meri aas aise hi badhate rahe to...is ukti se pathako ye sikhne ki jaroorat hai ki.hame apne aap se samjhauta karne ki jaroorat hai mai kya hu mai kya paya hu shayad yahi meri kismat hai.bhawana wadi bane.asha wadi nahi....

Mohinder56 का कहना है कि -

रंजना जी,

सुन्दर रचना है आप की.

आदमी को जिस चीज की कमी खलती है उसी को तलाश करता है..और जब वो नहीं जानता कि कहां मिलेगी तो हर सू तलाश करता है....फ़िर चाहे बंद कमरा हो या खुली खिडकी हो...

"दिल नाउम्मीद ही तो है..नाकाम तो नहीं
लम्बी है गम की शाम, मगर शाम ही तो है"

Anonymous का कहना है कि -

रंजनाजी,

अच्छी कविता! निराशा और हताशा के क्षण में अकसर ऐसा ही होता है, इंसान गलत जगह गलत खोज करता है मगर यह एक प्रयास होता है इससे बाहर निकलने, अंधेरे में भी रोशनी तलासने का, जैसा की आपने लिखा है -

बंद दरवाज़ो में हम रोशनी तलाश करते हैं

बहुत खूब!

Anonymous का कहना है कि -

Ranju ji Aap ne jo ye kavita likhi hai ye zindgi ki sachai ko bayan karti hai. such mai aaj insan khud ko bhul kar na jane kis ke peeche pada hai. jab kisi se kuch puchte hai to sab ye hi bolte hai ki time nahi hai.............
u r the best................
miss ranju ji .

Thanks.

डाॅ रामजी गिरि का कहना है कि -

Har andhiyare ke bad suhani subah hoti hai..Talash jari rakhni chahiye..Dhekiye aise hi aap mil gayi...duniya me achhe logon ki kami nahi hain.--Dr. R.Giri

Mystery-Dark Glamour का कहना है कि -

"sab ki zabaan pe hai apne dard ki daastaan"
.........
grt lines.....
loved ur work as always...
u r too good

Gaurav Shukla का कहना है कि -

सच कहा आपने रंजना जी,

"जाने लोग यहाँ क्या-क्या तलाश करते हैं"

"हम अपने गीतों में फिर भी खुशी की बात रखते हैं"

आशावादी दृष्टिकोण बनाये रखना ही पडेगा
बहुत सुन्दर बात कही है आपने

"बरसती इन चँद बूंदों में सागर तलाश करते हैं
घायल रूहों में अब भी जीने की आस रखते हैं"

अनुपम
बधाई

सस्नेह
गौरव शुक्ल

सुनीता शानू का कहना है कि -

रंजना जी बढे ही दिल से निकली हर आवाज़ है,..हर पक्तिं सच्चाई बयान करती है,ये सच है जाने लोग क्या-क्या तलाश करते है,...
सबसे खूबसूरत पक्तिं है,..
बंद दरवाज़ो में हम रोशनी तलाश करते हैं
सुनीता(शानू)

राजीव रंजन प्रसाद का कहना है कि -

रंजना जी..

"अनसुनी चीखों का शोर हैं यहाँ"
"बाँट गयी है यह ज़िंदगी यहाँ कई टुकड़ों में
टूटते सपनों में,अनचाहे से रिश्तों में"
"संगदिल हो गयी है यहाँ अब हर दिल की धड़कन
बंद दरवाज़ो में हम रोशनी तलाश करते हैं"
"टूटा आईना लगता है हर शख़्स का वज़ूद यहाँ"
"बरसती इन चँद बूंदों में सागर तलाश करते हैं"

उपर लिखी पंक्तियों में आपने गहराई छुवी है। सुन्दर रचना के लिये बहुत बहुत बधाई..

*** राजीव रंजन प्रसाद

Avanish Gautam का कहना है कि -

achchaa hai

गरिमा का कहना है कि -

किसी एक पंक्ति को quote करना बहूत मुश्किल है, हरेक पंक्ति अपने आपमे सम्पूर्ण है।

Anonymous का कहना है कि -

ranju di..........lagta hai
sayad mere dil ki hi baat hai jo aapke kalm se nikali hai........ it is very touchful.

Anonymous का कहना है कि -

ranju di..........lagta hai
sayad mere dil ki hi baat hai jo aapke kalm se nikali hai........ it is very touchful.

Soliloquy का कहना है कि -

Ranju, Iam speechless to see this side your poetry...great

Abhishek kumar का कहना है कि -

kya baat hai ji...
pehley sher... phir kavitayein aur ab ganey...

bahut khoobsurat hai...

kya talshtey ho iss duniya mein...
kyun in galiyon kikhak chantey ho...
agar dhuntey ho sukuney dil...
toh chalo kisi mai khaney mein....

haan hai mana bahut badrang hai duniya...
har oor aansoon ki lakeerein hain...
har raang mein mila hai lahoo kisi ka...
har taman pey dard hin miley hain...

par jara badlo andazey jina apna...
ki ab toh inmein bhi khusbu si lani hai...
har dard ko sanjo key dil mein apney...
apney hoonthon pey muskurahat lani hai...

humein toh ye pagal jaman pagal kahta hai...
fir bhi hum iskey hin dewwaney hain...
gaum toh hota nahi khatam kabhi kisi ka....
is liye hum bhi maikhaney ko apna ghar maney hain...

abhishek: Qaasid

aaji maza toh tab hai na... jab chand tukrey iss tutey dil key takraye aaur kuch madhur sa sangeet nikal aaye...

aap ki rachna mein main yahi dekhta hoon... bahut unnda...ji..

as ususal...

Neeraj lohan -"pyasaa..." का कहना है कि -

Ranjana ji ye to me phahle hi kah chuka hu u r the best
better then the best
har RACHNA , har LINE , har WORD
KA KOI ZAWAB NAHI

aap se hi prerit hu


khubsoorat hain wo lub
jo pyari batein kertey hain

khubsoorat hai wo muskurahat
jo dosaroon ke chehroon per bhimuskan saja de

khubsoorat hai wo dil
jo kisi ke dard ko samjhey
jo kisi ke dard mein tarpey

khubsoorat hain wo jazbat
jo kisi ka ehsaas karein

khubsoorat hai wo ehsaas
jo kisi ke dard ka madawa baney

khubsoorat hain wo batein
jo kisi ka dil na dukhaein

khubsoorat hain wo ankhein
jin mein pakezgi ho
sharm o haya ho

khubsoorat hain wo ansoo
jo kisi ke dard ko
mehsoos kerke beh jaein

khubsoorat hain wo Hath
jo kisi ko mushkil
waqat mein tham lein

khubsoorat hain wo qadam
jo kisi ki madad ke liye
aagey berhein !!!!!

khubsoorat hai wo sooch
jo kisi ke liye acha soochey

khubsoorat hai wo insan ki TALAASH
jis ko KHUDA ne ye
khubsoorati ata ki .

Anonymous का कहना है कि -

Aadab Mohtrma

wah bahoot khoob likha hai aap ne.

aap ne Kavita ke madhyam se jis tarha insan ki Sada hi kuch pane ki talash ko bayan kia hai wo kabile tarif hai. Main umeed karunga ki aap isee tarha hum pathko ko jindagi or insani murm se yun hi roohbaruh karati rahengi.

Unknown का कहना है कि -

Behad hi saral shabdon me aaj ke jivan ka yatharth rakha hai aapne..!!Apne sansaar aur smaaj ka satya bilkul bebaak andaaz me bayan kiya hai..!!


Apki kavita ka saraansh ye hai ki..

Khud hi khud se ham kahan chale ja rahe hain...
Jhan honi chahiye thi dhoop, wahan bargad lagaaye ja rahe hain..!!

ranjana ji...Badhayee!!!

I LOVE MY SREE का कहना है कि -

ranjana ji,
aapki ye talaash se mai hataash hoon.talaash karne ke liye samudra ke tal mai jana chahiye.
i'll pray that u will write best one day.
maaf kardijiye,
love u friend take care,bye.

bipindixit का कहना है कि -

main to hamesha se kahta hoon ki ranjana ji aapki kavita dil ko chhooti hai.. aur yeh kavita uska ek utkrisht udaaharan hai.. aise hi aur isse achha aap sada likhti rahen bas yahi meri aapse gujaarish hai

Anonymous का कहना है कि -

टूटा आईना लगता है हर शख़्स का वज़ूद यहाँ
हम अपने गीतों में फिर भी खुशी की बात रखते हैं

ख़ुद को ख़ुद में पाने की एक चाह है यहाँ
प्यार का एक पल मिलता है यहाँ धोखे की तरह
बरसती इन चँद बूंदों में सागर तलाश करते हैं
घायल रूहों में अब भी जीने की आस रखते हैं

Anonymous का कहना है कि -

Nice Cllection of words ,nice moto....congratulations

Tiwari Ji Ki Kalam se का कहना है कि -

aha-aha, kya bat hai

ye to wahi bat ho gai ki

Aasman ki taraf dekha to sitare buland the
jamin ki taraf dekha to darwaje band the

Alok Shankar का कहना है कि -

सब की ज़ुबान पर है यहाँ अपने दर्द की दास्तान
फैली हुई हर तरफ़ नाकाम मोहब्बत की कहानियाँ
टूटा आईना लगता है हर शख़्स का वज़ूद यहाँ
हम अपने गीतों में फिर भी खुशी की बात रखते हैं
bahut sundar ranjana ji..
sachchaai ko kitni saadgi se bayan kar dala.. waah

शैलेश भारतवासी का कहना है कि -

कुछ बिम्ब बहुत खूबसूरत हैं-

अनसुनी चीखों का शोर हैं यहाँ हर तरफ़

फैली हुई हर तरफ़ नाकाम मोहब्बत की कहानियाँ
टूटा आईना लगता है हर शख़्स का वज़ूद यहाँ

प्यार का एक पल मिलता है यहाँ धोखे की तरह


यदि इस गीत को जगजीत सिंह की आवाज़ मिल जाय तो कविता में चार चाँद लग जाय। रंजना जी से गुजारिश करूँगा कि जब तक यह सम्भव नहीं है तब तक अपनी आवाज़ में ही इसे गायें और हमें अनुग्रहित करें।

सुंदर रचना के लिए साधुवाद।

Avnish का कहना है कि -

mohobbat kayar ko sher dil or sher dil ko kayar bana dete hai................
jara ker ke dekhiye mohobbat ye patthar dil ko bhi shayar bana deti hai................



( aaj tak mujhe koi mohobbat karne vali nahi mili............
tabhi to suni padi hai mere dil ki har gali.................)

गीता पंडित का कहना है कि -

रंजना जी,

रचना सुन्दर है आप की.

जाने लोग यहाँ क्या-क्या तलाश करते हैं
पतझड़ों में हम सावन की राह तक़ते हैं
अनसुनी चीखों का शोर हैं यहाँ हर तरफ़
गुँगे स्वरों से नगमे सुनने की बात करते हैं
अच्छी कविता!
साधुवाद।

SahityaShilpi का कहना है कि -

सुंदर और भावप्रवण रचना। बधाई स्वीकारें, अनुपमा जी।

रंजू भाटिया का कहना है कि -

शुक्रिया दिल से सबका आपका जो यहाँ आए और इसको पढ़ा..

अजय जी मेरा नाम रंजना है रंजू है[:)]

Pramendra Pratap Singh का कहना है कि -

तलाश करती रहिये , हम आपके साथ है :)

बधाई

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