चिंताओं को गुट्टक की तरह फेंक
बिटिया के साथ
इक्खट-दुक्खट खेलती है
अपनी इच्छाओं को
रोटियों में बेल
घर मे परोसती है स्वाद
पति, बेटे के बीच
मतभेदों को
कभी आँचल मे बाँधती
कभी धागे-धागे सुलझाती है
अपने मान को बुझा
गिलाफ मे कढ़ा फूल बन
सेज महकाती है
रिश्ते की ओढ़नी
पर, टाँकती है त्याग का गोटा
रात जब बुनती है
सभी की आँखों में सपने
उसके अंदर की
मासूम गुड़िया जागती है
उसको, उसके होने का
अहसास दिलाती है
औरत को मिलजाती है ऊर्जा
वो शुरू करती है
नया दिन
और
फिर होती है तैयार
अपने अलावा सभी के लिए जीने को।
कवयित्री- रचना श्रीवास्तव
आप क्या कहना चाहेंगे? (post your comment)
16 कविताप्रेमियों का कहना है :
रचना जी क्या खूब कहा है । एक औरत ही एक औरत के इस खूबसूरत एहसास को इस तरह समझ सकती है। एक अच्छी कविता के लिए बधाई ।
औरत के बारे में बहुत अपनेपन से लिखी बहुत ही मार्मिक कविता है ।
aap dono ka bahut bahut dhnyavad
rachana
Rachnaji,
v. nice , thanks.
vinay
वाह कितने खूबसूरती से औरत के मनोभावों को आपने उकेरा है । बहुत सुंदर ।
इक्खट-दुक्खट खेलती है
अपनी इच्छाओं को
रोटियों में बेल
घर मे परोसती है स्वाद
...
bahut pyaaraa likihaa hai rachnaa ji....
aabhaar...
viny ji ,asha ji ,manu ji aapsabhi ka bahut bahut dhnyavad
rachana
बहुत ही सुंदर अभिव्यक्ति .ऐसे ही लिखते रहें.शुभकामनाएँ.प्रीत अरोड़ा
sundar rachna
marvelous
Rachna ji hum sab ak he jamin par khade hai barso pahale mane bhe kavita sangrah likha "samay kee dahleej par ladkee' aub barso se khamosh ho timahari kavita padkar apni kavitaye yaad aa gai kabhe mile pustak to padiyega.
bilkul sahi likha hai ........
aisi hi ek kavita maine bhi likhi hai "komal nari" .......
jisne na samjha astitava e naari,use bada nhi es duniya me koi bhikhari,kabhi bankar beti to kabhi ardhangini kabhi maa bankar hai ta umr hai humara sath nibhati aakhir kaise bhul jate hai wo badhwash ki devi ka hi rup hoti hai maa behen beti humari.........
kate spade
prada outlet online
tory burch sale
ralph lauren
burberry outlet online
polo ralph lauren outlet online
toms outlet
polo ralph lauren outlet
polo ralph lauren outlet online
adidas sneakers
0325shizhong
ugg outlet
ray ban sunglasses
ugg boots
nike free run
ugg boots
ray ban sunglasses
coach outlet
nike blazer pas cher
fitflops shoes
coach outlet online
Spot on with this write-up, I truly think this website needs much more consideration. I’ll probably be again to read much more, thanks for that info.
Dnnsoftware.com
Information
Click Here
आप क्या कहना चाहेंगे? (post your comment)