tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post9204614321220160341..comments2024-03-23T18:32:18.216+05:30Comments on हिन्द-युग्म Hindi Kavita: वीरों का कर्तव्य (अंतिम कड़ी)शैलेश भारतवासीhttp://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-48242086779170789762007-10-02T10:08:00.000+05:302007-10-02T10:08:00.000+05:30हिन्द-युग्म पर वीर रस की कविताओं का अभाव था, आपने ...हिन्द-युग्म पर वीर रस की कविताओं का अभाव था, आपने इस कविता द्वारा इस रस में योगदान दिया है। धन्यवाद।शैलेश भारतवासीhttps://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-69824061728790636642007-10-01T00:36:00.000+05:302007-10-01T00:36:00.000+05:30acchi kavita hai !!acchi kavita hai !!Kamlesh Nahatahttps://www.blogger.com/profile/02147828461830184145noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-58240197983973951802007-09-30T13:02:00.000+05:302007-09-30T13:02:00.000+05:30कुलवंत जी,आपके भाव और शिल्प कसे हुए हैं। इस रचना क...कुलवंत जी,<BR/><BR/><BR/>आपके भाव और शिल्प कसे हुए हैं। इस रचना के लिये आप बधाई के पात्र हैं।<BR/><BR/><BR/>*** राजीव रंजन प्रसादराजीव रंजन प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/17408893442948645899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-35553578354956497342007-09-29T18:11:00.000+05:302007-09-29T18:11:00.000+05:30कुलवंत जी,आपका लिखा हुआ पढना मुझे हमेशा ही अच्छा ...कुलवंत जी,आपका लिखा हुआ पढना मुझे हमेशा ही अच्छा लगता है <BR/>यह रचना भी अच्छी लगी बहुत बहुत बधाई आपकोरंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-3847661356938137722007-09-29T11:50:00.000+05:302007-09-29T11:50:00.000+05:30कुलवंत जी,सुन्दर रचना !एक प्रेरक कविता के रूप में ...कुलवंत जी,<BR/><BR/><BR/>सुन्दर रचना !<BR/><BR/>एक प्रेरक कविता के रूप में <BR/>आपकी कविता उभर कर आयी है..<BR/><BR/>मुझे आपकी भाषा ने प्रभावित किया...<BR/>और भी लिखियेगा...गीता पंडितhttps://www.blogger.com/profile/17911453195392486063noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-8848345345189437522007-09-29T07:25:00.000+05:302007-09-29T07:25:00.000+05:30जीवन में हो मरु तपन,सीने में धधकती अगन,लक्ष्य हो अ...जीवन में हो मरु तपन,<BR/>सीने में धधकती अगन,<BR/>लक्ष्य हो असीम गगन,<BR/>कंपित हो जग देख लगन <BR/>प्रेरित करती है कविता, कुछ कर गुजरने को, बधाईSajeevhttps://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-85534663102763364422007-09-29T03:32:00.000+05:302007-09-29T03:32:00.000+05:30कुलवंत जी,सुन्दर रचना!साहस संकल्प से साध सिद्धि,वि...कुलवंत जी,<BR/>सुन्दर रचना!<BR/><BR/>साहस संकल्प से साध सिद्धि,<BR/>विजय़ी समर में शूर बुद्धि,<BR/>दृढ़ निश्चय उन्माद प्रवृद्धि,<BR/>ज्वाला सी कर चिंतन शुद्धि ।<BR/><BR/>ठीक कहा आपने साहस और संकल्प का होना आवश्यक है वीरों में। साथ ही-<BR/>रोष दंभ वीरों को वर्जित,<BR/>करुणा, विनय वीरों को शोभित,<BR/>दीन, कातर हों कभी न शोषित,<BR/>सत्य, न्याय से रहो सुशोभित ।<BR/><BR/>इस तरह से आपने वीरता का सच्चा पहलू उजागर किया है।RAVI KANThttps://www.blogger.com/profile/07664160978044742865noreply@blogger.com