tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post8678661237654679823..comments2024-03-23T18:32:18.216+05:30Comments on हिन्द-युग्म Hindi Kavita: महादेवी वर्मा का आशीर्वाद भरा हाथशैलेश भारतवासीhttp://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-9800222739600370322023-05-14T21:36:41.053+05:302023-05-14T21:36:41.053+05:30YesYesAkterjahttps://hindi.akterja.com/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-86545066837250100512008-09-15T13:13:00.000+05:302008-09-15T13:13:00.000+05:30क्या अमरों का लोक मिलेगा तेरी करुना का उपहार रहने ...क्या अमरों का लोक मिलेगा तेरी करुना का उपहार <BR/>रहने दो हे देव अरे यह मेरा मिटने का अधिकार |<BR/>मै नीर भरी दुःख की बदली ,उमड़ी कल थी मिट आज चली | <BR/> महादेवी जी ने जो भोगा,वही लिखा बेहद संवेदन शील रचनाकार थी ,जो अमर हो ही गई अंततः |<BR/>लेख अच्छा लगा ,neelamhttps://www.blogger.com/profile/00016871539001780302noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-43262880062118962982008-09-13T17:14:00.000+05:302008-09-13T17:14:00.000+05:30प्रेमचन्द जीआपने बहुत ही सशक्त शैली में महादेवी जी...प्रेमचन्द जी<BR/>आपने बहुत ही सशक्त शैली में महादेवी जी से मिलवाया। उनका साहित्य पढ़ा और सराहा तो था किन्तु उनको इतना करीब से जानने का अवसर आपका यह लेख पढ़कर ही मिला। आपका अध्ययन और अनुभव हम सभी के लिए प्रेरणा है। साहित्य पर आपकी पकड़ बहुत गहरी है। हिन्द युग्म पर आपको पढ़ना एक सुखद अनुभव है। सस्नेहशोभाhttps://www.blogger.com/profile/01880609153671810492noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-60852514946428944942008-09-13T15:42:00.000+05:302008-09-13T15:42:00.000+05:30प्रेमचंद जी आपको मेरा नमन ,जो ऐसी महान आत्मा के चर...प्रेमचंद जी आपको मेरा नमन ,जो ऐसी महान आत्मा के चरण स्पर्श कराने का सुअवसर आपको मिला | यह पढ़ते-पढ़ते मेरी तो आँखों से आंसू छलक आए | बहुत खुशनसीब है आप | महादेवी जी का तो नाम अपने आप में अपनी परिभाषा समेटे हुए है की वो एक महान देवी थी और साहित्य के माध्यम से सदैव हमारे बीच रहेगी | पहली पंक्ति है :-<BR/>तुमको पीडा में ढूंढा <BR/>तुममे ढूढून्गी पीडासीमा सचदेवhttps://www.blogger.com/profile/04082447894548336370noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-58433163818341607692008-09-12T16:38:00.000+05:302008-09-12T16:38:00.000+05:30कुछ लोग वाकई पुरस्कारों की सीमाओं से उपर होते हैं,...कुछ लोग वाकई पुरस्कारों की सीमाओं से उपर होते हैं, महादेवी को मेरा नमनSajeevhttps://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-22921700436209879602008-09-11T23:31:00.000+05:302008-09-11T23:31:00.000+05:30तुझको पीड़ा में ढूंढ़ूगीतुझमें ढूंढ़ूगी पीड़ा! प्र...तुझको पीड़ा में ढूंढ़ूगी<BR/>तुझमें ढूंढ़ूगी पीड़ा! <BR/><BR/>प्रेमचंद जी, मैंने इन महान रचनाकारों की कवितायें न के बराबर ही पढ़ी हैं.. पर पहली दो लाइनें पढ़कर लगा कि जीवन में बहुत कुछ छूट सा गया है..<BR/>आपको महादेवी का आशीर्वाद मिल ही गया... सच पूछें तो मुझे यकीन नहीं हो रहा कि इतनी सुरक्षा के बीच आप किस प्रकार इतनी बड़ी हस्ती तक पहुँच गये.. आप सच में खुशनसीब हैं..<BR/>और हम भी कि आपके माध्यम से महादेवी के बारे में जानकारी प्राप्त हुई...तपन शर्मा Tapan Sharmahttps://www.blogger.com/profile/02380012895583703832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-23243865469435721052008-09-11T20:07:00.000+05:302008-09-11T20:07:00.000+05:30आपकी शैली मुझे बेहद पसंद है प्रेमचंद जी, क्योंकि व...आपकी शैली मुझे बेहद पसंद है प्रेमचंद जी, क्योंकि वो पाठक-मन को बाँधे रखती है। महादेवी को यूँ याद करना भी सुखद रहा।शैलेश भारतवासीhttps://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.com