tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post7068073902487901951..comments2024-03-23T18:32:18.216+05:30Comments on हिन्द-युग्म Hindi Kavita: विहग विचारशैलेश भारतवासीhttp://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-65025154028006593542009-03-06T14:03:00.000+05:302009-03-06T14:03:00.000+05:30विचार और विहग में ऎसा साम्य मैने पहले कभी पढा नहीं...विचार और विहग में ऎसा साम्य मैने पहले कभी पढा नहीं था। पढ कर एक सुखद अनुभूति हुई , लगा कि मैने कभी ऎसा क्यों नहीं सोचा!!<BR/><BR/>बधाई स्वीकारें।<BR/>-विश्व दीपकविश्व दीपकhttps://www.blogger.com/profile/10276082553907088514noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-64792702848226273322009-03-06T13:23:00.000+05:302009-03-06T13:23:00.000+05:30सच में यह एक सुन्दरतम रचना है |बहुत बधाई |अवनीश ति...सच में यह एक सुन्दरतम रचना है |<BR/><BR/>बहुत बधाई |<BR/>अवनीश तिवारीअवनीश एस तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/04257283439345933517noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-56299021040707559552009-03-06T10:18:00.000+05:302009-03-06T10:18:00.000+05:30आंगन मेंदाने बिखेरकबु आओ....कबु आओकरता घंटों मनुहा...आंगन में<BR/>दाने बिखेर<BR/>कबु आओ....कबु आओ<BR/>करता घंटों मनुहार<BR/>पर नही आते<BR/>कपोत आगार<BR/><BR/>उम्दा कविता !Hariharhttps://www.blogger.com/profile/07513974099414476605noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-71343133882695945652009-03-06T09:15:00.000+05:302009-03-06T09:15:00.000+05:30सटीक प्रतीक ने अभिव्यक्ति को ग्रहणीय बनाया है. सहज...सटीक प्रतीक ने अभिव्यक्ति को ग्रहणीय बनाया है. सहज-सरल-सार्थक अभिव्यक्ति हेतु बधाई.Divya Narmadahttps://www.blogger.com/profile/13664031006179956497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-35399935338133769182009-03-05T23:20:00.000+05:302009-03-05T23:20:00.000+05:30जोशी जी,मजा आया पढ़ कर,,,,कवी ह्रदय में उतरने वाल...जोशी जी,<BR/>मजा आया पढ़ कर,,,,कवी ह्रदय में उतरने वाले विचारों को क्या आपने कबूतरों से जोड़ा है,,,<BR/>मूड इनका भी,,,,और उनका भी,,,,,,<BR/>आये तो दसियों एक साथ चले आयें,,,ना तो दसियों साल तक एक भी न,,,,<BR/>shaandaar ,,,,,,,manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.com