tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post6802986883016136339..comments2024-03-23T18:32:18.216+05:30Comments on हिन्द-युग्म Hindi Kavita: ज़ज़ असमंजस में (प्रतियोगिता के परिणाम)शैलेश भारतवासीhttp://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-62426984006707242322016-12-05T08:30:12.955+05:302016-12-05T08:30:12.955+05:30cheap oakley sunglasses
saics running shoes
air jo...<a href="http://www.oakley.de.com" rel="nofollow"><strong>cheap oakley sunglasses</strong></a><br /><a href="http://www.asics-runningshoes.in.net" rel="nofollow"><strong>saics running shoes</strong></a><br /><a href="http://www.airjordanuk.org.uk" rel="nofollow"><strong>air jordan uk</strong></a><br /><a href="http://www.versace-shoes.in.net" rel="nofollow"><strong>versace</strong></a><br /><a href="http://www.pandoracharms.me.uk" rel="nofollow"><strong>pandora charms</strong></a><br /><a href="http://chicagobears.jerseyscheap.us.com" rel="nofollow"><strong>chicago bears jerseys</strong></a><br /><a href="http://www.jordanshoes.eu.com" rel="nofollow"><strong>cheap jordan shoes</strong></a><br /><a href="http://arizonacardinals.jerseyscheap.us.com" rel="nofollow"><strong>arizona cardinals jerseys</strong></a><br /><a href="http://www.edhardyoutlet.name" rel="nofollow"><strong>ed hardy</strong></a><br /><a href="http://denverbroncos.jerseyscheap.us.com" rel="nofollow"><strong>broncos jerseys</strong></a><br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/01184337355789524706noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-29750220692471662372016-09-23T11:43:03.899+05:302016-09-23T11:43:03.899+05:30gucci borse
christian louboutin shoes
nike tn
conv...<a href="http://www.gucciborse2016.it" rel="nofollow"><strong>gucci borse</strong></a><br /><a href="http://www.christian-louboutinoutlet.us" rel="nofollow"><strong>christian louboutin shoes</strong></a><br /><a href="http://www.nike-tnpascher.fr" rel="nofollow"><strong>nike tn</strong></a><br /><a href="http://www.conversetrainer.org.uk" rel="nofollow"><strong>converse trainers</strong></a><br /><a href="http://www.nmdadidas.us.org" rel="nofollow"><strong>adidas nmd</strong></a><br /><a href="http://www.pandora-jewelryoutlet.name" rel="nofollow"><strong>pandora jewelry</strong></a><br /><a href="http://www.kobe9elite.us" rel="nofollow"><strong>kobe 9 elite</strong></a><br /><a href="http://www.michaelkorsoutletstore.us.org" rel="nofollow"><strong>michael kors outlet store</strong></a><br /><a href="http://www.nikeairhuarache.com.co" rel="nofollow"><strong>nike air huarache</strong></a><br /><a href="http://www.pandoracharms.me.uk" rel="nofollow"><strong>pandora jewelry</strong></a><br />raybanoutlet001https://www.blogger.com/profile/03964651634354588675noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-19424083189537366972007-04-03T10:58:00.000+05:302007-04-03T10:58:00.000+05:30सर्वप्रथम मैं सभी निर्णायकों को धन्यवाद देता हूँ, ...सर्वप्रथम मैं सभी निर्णायकों को धन्यवाद देता हूँ, जिन्होंने मेरे इस प्रथम प्रयास को सराहा। मैं सभी टिप्पणीकार व कवि-मित्रों को भी धन्यवाद देना चाहूँगा। आप लोगों का स्नेह ही मेरे लिये सबसे अमूल्य पुरुस्कार है और आपकी इस उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया के बाद निश्चय ही मैं कुछ और लिखने का प्रयास कर सकूँगा।<BR/>माह के यूनिकवि श्री वरुण स्याल जी तथा यूनिपाठिका श्रीमती रंजना भाटिया जी को भी मेरी ओर से बहुत-बहुत शुभकामनाएं। वरुण जी की कविता वास्तव में बहुत सुन्दर है। प्रकृति को जिस खूबसूरती से उन्होंने शब्दों में ढाला है, वह अपने आप में बेहद सुन्दर है। विपुल जी की कविता में निश्चय ही किसी भी भावुक ह्रदय को झंकृत कर देने की सामर्थ्य है। आशा है कि वे भविष्य में भी ऐसी भाव-प्रवण कविताओं से पाठकों को रू-बरू कराते रहेंगे। 'नीरव' जी की कविता भी उच्च कोटि की है। तत्सम शब्दों का इतना सुन्दर प्रयोग आजकल कम ही देखने में आता है। रंजना जी ने जिस प्रकार पूरे माह सभी कवि-मित्रों का उत्साह बढ़ाया, उसके लिये उन्हें ये सम्मान मिलना ही चाहिये था। आशा है कि आगे हमें उनकी भी कुछ कविताएं पढ़ने को मिलेंगीं।<BR/>अन्त में, मैं हिन्द युग्म को भी बधाई दूँगा, उसकी नित नवीन सफलताओं के लिये भी और सृजनगाथा तथा 'मानस' जी जैसा साथी मिलने के लिये भी।SahityaShilpihttps://www.blogger.com/profile/12784365227441414723noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-2295335059069419992007-04-03T10:26:00.000+05:302007-04-03T10:26:00.000+05:30वरुण स्याल जी और रंजना जी आप दोनों को हार्दिक बधाई...वरुण स्याल जी और रंजना जी आप दोनों को हार्दिक बधाई।<BR/><BR/>अजय जी, विपुल जी...आपकी रचनायें भी कुछ कम नही परन्तु निर्णायक के हाथ बंधे होते हैं उसे किसी एक को चुनना होता है...<BR/><BR/>आप लिखते रहिये हम पढते रहेंगे.Mohinder56https://www.blogger.com/profile/02273041828671240448noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-69615759245658218902007-04-03T01:43:00.000+05:302007-04-03T01:43:00.000+05:30वरुण स्याल और रचना जी को बधाई। साथ ही प्रतियोगिता ...वरुण स्याल और रचना जी को बधाई। साथ ही प्रतियोगिता के सफल आयोजन हेतु हिन्द-युग्म को बधाई।<BR/><BR/><I><B>"यद्यपि टिप्पणियों की संख्या फिर भी अधिकतम २० तक ही पहुँचती है। इसका कारण गिरिराज जी के अनुसार अधिकांश लोगों को यह न पता होना कि टिप्पणी कैसे की जाय, है। इसके लिए गिरिराज जी इस विषय पर एक सरल लेख तैयार कर रहे हैं। आशा है इस महीने से टिप्पणियों की संख्या में इज़ाफ़ा होगा।"</B></I><BR/><BR/>अरे भईया टिप्पणी करना सबको आता है, बात ये है कि हिन्दी ब्लॉगजगत से अनभिज्ञ आदमी को ये नहीं पता कि Comment के लिए हिन्दी शब्द प्रयुक्त होता है। इसका उदाहरण मैंने <A HREF="http://epandit.blogspot.com/2007/04/hindi-translation-of-tech-words.html" REL="nofollow">अपने हालिया लेख</A> में भी दिया था। अतः आप अपनी टिप्पणी के लिंक साथ कोष्ठक में इंग्लिश में भी लिख कर देखें। मैं भी कई दिन से यह करने की सोच रहा हूँ।<BR/><BR/>उदाहरण के लिए: <B>टिप्पणी करें (Post a Comment)</B>ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-37552086161801999192007-04-02T23:42:00.000+05:302007-04-02T23:42:00.000+05:30वरुण स्याल जी और रंजना जी आप दोनों को हार्दिक बधाई...वरुण स्याल जी और रंजना जी आप दोनों को हार्दिक बधाई। आप जैसे लोगों का जुडना हिन्द युग्म का सौभाग्य है।<BR/><BR/>*** राजीव रंजन प्रसादराजीव रंजन प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/17408893442948645899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-23360756902471675132007-04-02T22:37:00.000+05:302007-04-02T22:37:00.000+05:30रंजना जी आपको बहुत-बहुत बधाईआप जैसे लोगों की वजह स...रंजना जी आपको बहुत-बहुत बधाई<BR/>आप जैसे लोगों की वजह से कवि और कविता की पहचान बनी रहती है।अनिल वत्सhttps://www.blogger.com/profile/09639651275837233131noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-18291318034690257452007-04-02T22:29:00.000+05:302007-04-02T22:29:00.000+05:30वरुण जी आपको बहुत-बहुत बधाईआपकी रचना वाकई तारीफ के...वरुण जी आपको बहुत-बहुत बधाई<BR/><BR/>आपकी रचना वाकई तारीफ के काविल है।अनिल वत्सhttps://www.blogger.com/profile/09639651275837233131noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-57669059013532309962007-04-02T19:56:00.000+05:302007-04-02T19:56:00.000+05:30वरुण और रंजना जी को बधाई । साथ ही उनको भी जिन्होंन...वरुण और रंजना जी को बधाई । साथ ही उनको भी जिन्होंनें प्रयास किये । विपुल और कमलेश को भी बधाई । कमलेश जी की क्षमता से मैं पहले से ही परिचित हूँ …… पर विपुल में भी काफ़ी क्षमता है "नीलगिरि की शाखें" यह सिद्ध करती है ।जीतना अलग बात है पर प्रयत्न करना उतना ही महत्वपूर्ण है । हिन्द युग्म के लिये एक अच्छी बात है कि इतने अच्छे कवि हर माह रचनायें भेज रहे हैं । अजय जी को बधाई इतने अच्छे प्रथम प्रयास के लिये । साथ ही हिन्द युग्म को पारदर्शिता के लिये ।Alok Shankarhttps://www.blogger.com/profile/03808522427807918062noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-45968205953538567902007-04-02T19:51:00.000+05:302007-04-02T19:51:00.000+05:30सबसे पहले आगंतुकों की संख्या इतनी बढने पर हिन्द यु...सबसे पहले आगंतुकों की संख्या इतनी बढने पर हिन्द युग्म को बधाई.<BR/>वरुण जी ने बहुत सुन्दर कविता लिखी है. पढते हुए लगा कि जैसे प्रकृति की गोद में सिर रखकर बैठे हैं और कोई बहुत प्यार से मिलन का गीत सुना रहा है.<BR/>वरुण, आपको इसलिये भी बधाई कि आप फिर से हिन्दी की गोद में लौट आये हैं.<BR/>'नीलगिरि की शाखें' भी मुझे बहुत अच्छी लगी और यदि मैं निर्णायक होता तो अवश्य असमंजस में पडता.विपुल यूनिकवि कभी न कभी जरूर बनेंगे, बस प्रयास करते रहिये.<BR/>अजय जी सिर्फ अच्छे समीक्षक ही नहीं हैं, लिखते भी उतना ही अच्छा हैं.पहली गज़ल भी क्या खूब लिखी है.<BR/>रंजना जी को बहुत शुभकामनाएं.<BR/>अजय जी के नक्शे-कदम पर चलकर वे भी अगली बार यूनिकवि की दावेदार हो जाएं तो बहुत अच्छा लगेगा.गौरव सोलंकीhttps://www.blogger.com/profile/12475237221265153293noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-42381078393844268082007-04-02T16:54:00.000+05:302007-04-02T16:54:00.000+05:30सभी विजेताओं को बधाई व हिन्द-युग्म को साधुवाद।जो व...सभी विजेताओं को बधाई व हिन्द-युग्म को साधुवाद।<BR/>जो विजेता नहीं बन पाए उन्हें अगले प्रयास हेतु शुभकामनाएंSanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-21761376179077189742007-04-02T16:26:00.000+05:302007-04-02T16:26:00.000+05:30बहुत सुंदर लिखा है सभी ने ..सभी विजेता लेखको को बध...बहुत सुंदर लिखा है सभी ने ..सभी विजेता लेखको को बधाई <BR/>हिंदी युग्म जिस तरह लिखने और पढ़ने वालो को उत्साहित कर रहा है <BR/>वोह सच में बहुत ही सुंदर प्रयास है ...आशा है की इस बार ज़्यादा से ज़्यादा लोग इस <BR/>के साथ जुड़ेगे.. <BR/><BR/><BR/><BR/>एक बार फिर से बधाईरंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-17011396718827090512007-04-02T15:01:00.000+05:302007-04-02T15:01:00.000+05:30वरुण स्याल जी, विपुल शुक्ला जी, कमलेश नाहता 'नीरव'...वरुण स्याल जी, विपुल शुक्ला जी, कमलेश नाहता 'नीरव' जी, अजय यादव जी और रंजना भाटिया जी आप सभी को बहुत-बहुत बधाइयाँ। विशेष रूप से मैं विपुल शुक्ला जी से कहूँगा कि वे लिखते रहें और इस प्रतियोगिता में बारम्बार हिस्सा लें, अवश्य विजयी बनेंगे।<BR/><BR/>अजय और रंजना जी दोनों अच्छे पाठक तो हैं ही साथ ही साथ अद्भुत लेखक भी। आपजैसे लोग इस मंच की शोभा हैं। नमन्।शैलेश भारतवासीhttps://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-73418322224396070782007-04-02T13:54:00.000+05:302007-04-02T13:54:00.000+05:30सभी सम्मानित विजेताओं को हार्दिक शुभकामनाऐं, सभी ...सभी सम्मानित विजेताओं को हार्दिक शुभकामनाऐं, सभी ने एक से बढ़कर एक रचना प्रस्तुत की है। प्रथम आना या न आना महत्वपूर्ण् नही है, सफलता के मायने तब है जब आप सफल होने के लिये सर्व श्रेष्ठ प्रर्दशन करते है।<BR/><BR/>विपुल जी, आपमे लिखने की अदृभुत क्षमता है। आप लिखिऐं, उम्र कोई मायने नही रखती है मायने तो आपकी प्रतिभा मे दिख रहा है। और मुझे आपमें एक अच्छे कवि के दर्शन हो रहे है। <BR/><BR/>सभी को पुनश्च शुभकामनाऐंPramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-79362892927899618752007-04-02T12:20:00.000+05:302007-04-02T12:20:00.000+05:30वरुण स्याल जी आपको बहुत बहुत बधाईकविता बहुत ही सुन...वरुण स्याल जी आपको बहुत बहुत बधाई<BR/>कविता बहुत ही सुन्दर है<BR/><BR/>"कठोर पिता सा करे विदाई,<BR/>दुलहन का जाना, दिन का आना।"<BR/>बहुत सुन्दर<BR/><BR/>वास्तव में निर्णय करना कठिन है कि कौन सी कविता सबसे अच्छी है|<BR/><BR/>रंजना जी आपको भी हार्दिक बधाई<BR/>आपकी समालोचना निश्चित ही प्रेरणाप्रद है सभी कविमित्रों के लिये|<BR/><BR/>अजय जी आपको भी बधाई, आपका प्रथम प्रयास सराहनीय है, लिखते रहें<BR/><BR/>विपुल जी,"नीलगिरि की शाखें" बहुत सुन्दर कृति है आपकी|पुनः प्रयास करें, आपमें अद्भुत क्षमता है| आपके उज्ज्वल भविष्य के लिये मेरी शुभकामना|<BR/><BR/>समस्त प्रतियोगियों को बधाई एवं शुभकामना<BR/><BR/>प्रसन्नता होती है कि कुछ ही समय में युग्म ने उत्कृष्ट रचनाओं,विलक्षण प्रतिभासंपन्न रचनाकारों को जोड कर अंतरजाल जगत में अपना विशिष्ट स्थान बनाया है|<BR/>"हिन्द-युग्म" को मेरी शुभ कामनायें<BR/><BR/>सस्नेह<BR/>गौरव शुक्लGaurav Shuklahttps://www.blogger.com/profile/12422162471969001645noreply@blogger.com