tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post6649517589591189310..comments2024-03-23T18:32:18.216+05:30Comments on हिन्द-युग्म Hindi Kavita: कुछ काव्यरचनाओं को न जाने कैसे ये बातें मालूम पड़ गईंशैलेश भारतवासीhttp://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-80569692575613843862009-07-07T10:34:47.028+05:302009-07-07T10:34:47.028+05:30मैंने तुम्हारे प्यार से जुड़े
जज्बातों के टुकड़े
...मैंने तुम्हारे प्यार से जुड़े <br />जज्बातों के टुकड़े<br />दिल के कमरे में रखी<br />यादों की अलमारी में<br />वक़्त का ताला लगा के<br />रख दिए थे ।<br />बहुत ही नाजुकी से लिखे गये ये अल्फाज बयां करते हैं हाले दिल, उम्दा रचना के लिये बधाई ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-75996324451059430432009-03-21T20:03:00.000+05:302009-03-21T20:03:00.000+05:30श्रीमान जी,ये सही है के हमारे कमेंट से अआप कुछ असह...श्रीमान जी,<BR/>ये सही है के हमारे कमेंट से अआप कुछ असहजता महसूस कर रहे हैं,,, शायद आपकी कविता का उदाहरण देकर,,,,,किन्तु ,,,<BR/>अशालीन भाषा जैसा कुछ नहीं है,,,,,<BR/>यदि आपको अंग्रेजी में डियर और मिलीजुली भाषा में बाबूजी संबोधित कर दिया तो इसमें बुरा मानने की बात नहीं है,,,,,,अब के बार श्रीमान जी लिखा है ,,,,अधिक आदर देने के लिए,,,,,इससे अधिक शुद्ध हिंदी हमें नहीं आती,,,,,<BR/><BR/>और एक बात पर गौर कीजियेगा,,,,<BR/>हम दोनों भाषाओं को अलग ना करने की बात कह रहे हैं,,,,,,,<BR/>और आप इन्ही दोनों में से एक को तीतेर और एक को बटेर कह रहे हैं,,,,,,<BR/><BR/>अब भी कुछ बचता है कहने को,,,,,,??manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-37361190235359274102009-03-21T15:02:00.000+05:302009-03-21T15:02:00.000+05:30नीलम जी और मनु साहबमेरा उपहास उडाने या कटाक्ष करने...नीलम जी और मनु साहब<BR/>मेरा उपहास उडाने या कटाक्ष करने या अशालीन भाषा का प्रयोग करने से सच्चाई नहीं बदल जाए गी.<BR/>हर भाषा की अपनी एक अस्मिता होती है उस की रक्षा करना सीखिये . हिंदी की <BR/>सम्र्द्धता का सम्मान कीजिये<BR/>ये आधा तीतर आधा बटेर वाली कविताओं से हिंदी का कोई भला नहीं हो गा. निर्णायक मंडल के निर्णय के सम्मान की बात अपनी जगह है.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-22616838438233403632009-03-20T22:32:00.000+05:302009-03-20T22:32:00.000+05:30मालूम था के अब साहब यहाँ पर भी आ सकते हैं,,,,सो फि...मालूम था के अब साहब यहाँ पर भी आ सकते हैं,,,,<BR/>सो फिर आना पडा,,,,, शे'र पर तो पाबंदी लग गई है...::::)<BR/>पर जुबान पर नहीं,,<BR/>नीलम जी ने सही कहा है के ये काम आपके सुपुर्द है,,,,,<BR/>हर किसी के बस की बात नहीं है,,,,,<BR/>शामिख जी, और स्मिता भी,,,<BR/>आप लोग जब भी कविता लिखें तो उसमे ,,,<BR/>एक नदी और एक पुल का ज़िक्र जरूर करें,,,,,,,<BR/>फिर उडा दें उसे तेज हवा के झोंके से,,<BR/>कविता में आयेगा एक नया भाव,,,,,,<BR/>हाँ, <BR/>कमेंट कुछ ऐसे मिल सकते हैं,,,,,<BR/>मकडी के जाल में ,,,,,जाने क्या था,,,???<BR/><BR/>डियर, <BR/>कहीं तो ,,,किसी को तो कविता जैसा कुच्छ लिखने दिया करें,,,,,<BR/>बाबू जी, क्या फायदा के आदमी कविता पढ़े,,,,और हिंदी या उर्दू की डिक्शनरी खोले समझने के लिए,,,,,अब और कहाँ पर ढूंढूं आपके महान कमेंट,,,??//manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-21998859822156575102009-03-20T19:10:00.000+05:302009-03-20T19:10:00.000+05:30gahri,gair filmi andaaj ki kavita likhna to har ki...gahri,gair filmi andaaj ki kavita likhna to har kisi ke bas ki baat nahi ,yah kaam to sirf aap ko hi supurd kiya gaya haineelamhttps://www.blogger.com/profile/00016871539001780302noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-39509101777539072172009-03-20T18:56:00.000+05:302009-03-20T18:56:00.000+05:30This comment has been removed by the author.neelamhttps://www.blogger.com/profile/00016871539001780302noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-38578987004506443892009-03-20T11:57:00.000+05:302009-03-20T11:57:00.000+05:30' जज़्बात , वक़्त , याद ,.....?'क्या यह भी हिंदी क...' जज़्बात , वक़्त , याद ,.....?'<BR/>क्या यह भी हिंदी कविता है?<BR/> है भी तो बड़ी हलकी सी फ़िल्मी अंदाज़ की.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-44724482862142580082009-03-20T03:58:00.000+05:302009-03-20T03:58:00.000+05:30न जाने बात कैसे मेरे कलम को मालूम हो गईऔर वो बता आ...न जाने बात कैसे <BR/>मेरे कलम को मालूम हो गई<BR/>और वो बता आया है<BR/>नज्मों और ग़ज़लों को<BR/><BR/>बहुत सुन्दर ! शमिख जी !Hariharhttps://www.blogger.com/profile/07513974099414476605noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-80199552264275177222009-03-19T23:03:00.000+05:302009-03-19T23:03:00.000+05:30अच्छे ख्याल लगे शामिख जी,आप कही कुछ भी छुपा लें ,,...अच्छे ख्याल लगे शामिख जी,<BR/>आप कही कुछ भी छुपा लें ,,,कलम को तो पता लग ही जाता है,,,,,<BR/>शायद वो आपका ही रूप होती है,,,,<BR/>बधाई,,,,manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-26605031099126849462009-03-19T19:08:00.000+05:302009-03-19T19:08:00.000+05:30. युग के अनुरूप लेखन के लिए बधाई.. युग के अनुरूप लेखन के लिए बधाई.Divya Narmadahttps://www.blogger.com/profile/13664031006179956497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-29389845461378152472009-03-19T12:58:00.000+05:302009-03-19T12:58:00.000+05:30shuru ki kuch lines achhi thi..par maja bilkul nah...shuru ki kuch lines achhi thi..<BR/>par maja bilkul nahin aaya...<BR/>aapse bahut ummedein hain..तपन शर्मा Tapan Sharmahttps://www.blogger.com/profile/02380012895583703832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-73265569630680187842009-03-19T12:52:00.000+05:302009-03-19T12:52:00.000+05:30ek galti kar gaye ,kalam ko bhi taale me rakh dena...ek galti kar gaye ,kalam ko bhi taale me rakh dena tha ???????hahahahahahahahahaahahahahahhahahaneelamhttps://www.blogger.com/profile/00016871539001780302noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-77238878134219477752009-03-19T11:44:00.000+05:302009-03-19T11:44:00.000+05:30मैंने तुम्हारे प्यार से जुड़े जज्बातों के टुकड़ेदि...मैंने तुम्हारे प्यार से जुड़े <BR/>जज्बातों के टुकड़े<BR/>दिल के कमरे में रखी<BR/>यादों की अलमारी में<BR/>वक़्त का ताला लगा के<BR/>रख दिए थे लेकिन <BR/>" behtrin..shabd or jujbaat..."<BR/><BR/>Regardsseema guptahttps://www.blogger.com/profile/02590396195009950310noreply@blogger.com