tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post6634403983989761155..comments2024-03-23T18:32:18.216+05:30Comments on हिन्द-युग्म Hindi Kavita: बेटे के टिफिन बॉक्स में सात किस्म की सब्जियों की छोड़नशैलेश भारतवासीhttp://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-5976831880110349672009-12-09T12:13:59.772+05:302009-12-09T12:13:59.772+05:30aati sundar..bahut hi badiya
many many congratulat...aati sundar..bahut hi badiya<br />many many congratulationsSimply Poethttp://www.simplypoet.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-91373786011405356902008-08-29T12:44:00.000+05:302008-08-29T12:44:00.000+05:30प्रसाद जी वास्तव पुरस्कृत कविता बचपन ही कर सकता ...प्रसाद जी <BR/>वास्तव पुरस्कृत कविता बचपन ही कर सकता है ये सब धीरे धीरे तो टिफिन के साथ आने लगती धारणनायें, विष से भरे विश्वास , और हम सभी जानते हैं क्या क्या अति सुन्दर कविता बधाईसीमा स्मृतिhttps://www.blogger.com/profile/09265585405906262267noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-26733545290490793212008-08-29T12:43:00.000+05:302008-08-29T12:43:00.000+05:30प्रसाद जी वास्तव पुरस्कृत कविता बचपन ही कर सकता ...प्रसाद जी <BR/>वास्तव पुरस्कृत कविता बचपन ही कर सकता है ये सब धीरे धीरे तो टिफिन के साथ आने लगती धारणनायें, विष से भरे विश्वास , और हम सभी जानते हैं क्या क्या अति सुन्दर कविता बधाईसीमा स्मृतिhttps://www.blogger.com/profile/09265585405906262267noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-52641543099173881972008-08-29T11:51:00.000+05:302008-08-29T11:51:00.000+05:30एक कवि का अनोखा नज़रिया प्रस्तुत करती है ,ये कविता...एक कवि का अनोखा नज़रिया प्रस्तुत करती है ,ये कविता ,देश के बारे में जागरूक लोग है अभी भी जानकर बेहद खुशी होती है ,एक बार फिर से हिन्दुग्म को धन्यवाद देती हूँneelamhttps://www.blogger.com/profile/00016871539001780302noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-43053733572447086882008-08-28T10:20:00.000+05:302008-08-28T10:20:00.000+05:30एक अलग अंदाज की बिल्कुल ताज़ी रचना,अति सुंदरआलोक सि...एक अलग अंदाज की बिल्कुल ताज़ी रचना,अति सुंदर<BR/>आलोक सिंह "साहिल"Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-44880027204920229682008-08-26T23:25:00.000+05:302008-08-26T23:25:00.000+05:30गिरिजेश्वर जीआपकी कविता नयापन लिए हुए है अच्छी लगी...गिरिजेश्वर जी<BR/><BR/>आपकी कविता नयापन लिए हुए है अच्छी लगी...<BR/><BR/>अपना बचपन याद आ गया <BR/>जब हम दोस्तों से पूछते थे तुम्हारे टिफिन में क्या है...<BR/>जब कोई कहता गाज़र का हलवा.... <BR/>जब सभी दोस्त उसके टिफिन पर टूट पड़ते उसे तो केवल सूघने को मिलता और हम उसे अपना टिफिन पकड़ा देते ....क्या दिन थे ............<BR/><BR/>आपका वीनस केसरीवीनस केसरीhttps://www.blogger.com/profile/08468768612776401428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-21851383486260544952008-08-26T20:14:00.000+05:302008-08-26T20:14:00.000+05:30माँ हतप्रभ है और खुश भी,माँ खुश है और आश्वस्त भी।ह...माँ हतप्रभ है और <BR/>खुश भी,<BR/>माँ खुश है और <BR/>आश्वस्त भी।<BR/>हतप्रभ होना व खुश होना तो ठीक है किन्तु आश्वस्त होना उचित नहीं लगता क्योंकि बच्चा बडा होते-होते धर्म,सम्प्रदाय और जाति की फ़सलें बोने व काटने न लगे, वातावरण व व्यवस्थायें बदलना जरूरी है.डा.संतोष गौड़ राष्ट्रप्रेमीhttps://www.blogger.com/profile/01543979454501911329noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-56822594282986861622008-08-26T19:50:00.000+05:302008-08-26T19:50:00.000+05:30मंदिरों-मस्जिदों कीघंटियों और अजानोंके शोर से,नफरत...मंदिरों-मस्जिदों की<BR/>घंटियों और अजानों<BR/>के शोर से,<BR/>नफरत और विद्वेश की<BR/>अमर बेल,<BR/>हर मन-मष्तिस्क में<BR/>फैलाने की कोशिशों के<BR/>बावजूद,<BR/>बची हई है,<BR/>दोस्ती और सात सब्जियों की छोड़न।<BR/><BR/>माँ हतप्रभ है और<BR/>खुश भी,<BR/>माँ खुश है और<BR/>आश्वस्त भी।<BR/><BR/>क्या विषय चुना है आपने गिरिजेश्वर जी... बहुत उम्दा...१० से ऊपर आना चाहिये था.. :)तपन शर्मा Tapan Sharmahttps://www.blogger.com/profile/02380012895583703832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-6612735734199620452008-08-26T15:54:00.000+05:302008-08-26T15:54:00.000+05:30अच्छी कविता...अनोखा शीर्षक और उम्दा विषय अपने प्रस...अच्छी कविता...अनोखा शीर्षक और उम्दा विषय अपने प्रस्तुत किया.<BR/>बहुत-बहुत बधाईदीपालीhttps://www.blogger.com/profile/17652883863725421545noreply@blogger.com