tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post5949124559656555499..comments2024-03-23T18:32:18.216+05:30Comments on हिन्द-युग्म Hindi Kavita: दोहा गाथा सनातनः ८- दोहा साक्षी समय काशैलेश भारतवासीhttp://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-46294850825976306722009-03-18T21:43:00.000+05:302009-03-18T21:43:00.000+05:30विनय जी, अवनीश जी आप दोनों की टिप्पणी के पहले गोष्...विनय जी, अवनीश जी आप दोनों की टिप्पणी के पहले गोष्ठी की सामग्री भेज चुका था. आगामी पाठ या गोष्ठी में आपके द्वारा उठाये बिन्दुओं पर चर्चा होगी. अजित जी पूजा जी आपको कुछ उपयोगी और रुचिकर लगा तो मेरा प्रयास सार्थक हो गया. संभवतः दोहा पर पहली बार इतने विस्तार और मूल बातों के साथ लेख माला का काम हो रहा है. ग़ज़ल पर तो बहुत से लोगों ने बहुत बार तरह-तरह से लिखा है किन्तु दोहा पर... मेरी कठिनाई का आप अनुमान कर सकटी हैं . आपसे मिला प्रोत्साहन ही आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है. मनु जी! आप कबीर की तरह उलटबांसी से मेरा तथा पाठकों का उत्साह इसी तरह बढाते रहिये. सभी का आभार.Divya Narmadahttps://www.blogger.com/profile/13664031006179956497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-64734057574233174842009-03-18T00:53:00.000+05:302009-03-18T00:53:00.000+05:30tiwari ji,naa,,,,,,,,,,apne bheje se baaher rahi h...tiwari ji,<BR/><BR/>naa,,,,,,,,,,<BR/><BR/>apne bheje se baaher rahi hai,,,,,<BR/>ginti ki koshish naaa karo,,,<BR/>yoon hi likho,,,manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-180889888035739182009-03-17T15:36:00.000+05:302009-03-17T15:36:00.000+05:30आचार्य जी, आपने बहुत ही ज्ञानवर्धक जानकारी दी है ....आचार्य जी, <BR/><BR/>आपने बहुत ही ज्ञानवर्धक जानकारी दी है . मात्राएँ गिनने का प्रयास जारी है. <BR/>होली पर सुनाया सच्चा किस्सा भी बहुत रोचक है .<BR/><BR/>आभार<BR/>पूजा अनिलPooja Anilhttps://www.blogger.com/profile/11762759805938201226noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-32952535308254972292009-03-17T13:16:00.000+05:302009-03-17T13:16:00.000+05:30माननीयआपका पाठ सारगर्भित रहा, दोहा लेखानोत्सुक लेख...माननीय<BR/>आपका पाठ सारगर्भित रहा, दोहा लेखानोत्सुक लेखको हेतु बहुत उपयोगी सिद्ध होगा<BR/>आशा है भविष्य के पाठो में १३, ११ में बंधे भावहीन निरर्थक शब्द समूहों पर भी प्रकाश डालेंगे <BR/>सादर,Vinaykant Joshihttps://www.blogger.com/profile/05111242447033341492noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-41509333345536827682009-03-17T13:12:00.000+05:302009-03-17T13:12:00.000+05:30आचार्यजी ,जानकारी के लिए धन्यवाद |इस बार के दोहा ल...आचार्यजी ,<BR/>जानकारी के लिए धन्यवाद |<BR/><BR/>इस बार के दोहा लेख में <BR/>११ २१ 1 22 11 1 <BR/>खूब बन पड़ी बात <BR/>२१ ११ १२ २१ <BR/>सुना किस्सा निराला की ,<BR/>१२ १२ १२२ २<BR/>तबीयत खुश कर दी आज <BR/>१२११ ११ ११ १ २१<BR/> <BR/><BR/>अवनीश तिवारीअवनीश एस तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/04257283439345933517noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-54275539340165979062009-03-15T09:26:00.000+05:302009-03-15T09:26:00.000+05:30आचार्य जी को प्रणाम करने का मन हो रहा है, प्रणाम स...आचार्य जी को प्रणाम करने का मन हो रहा है, प्रणाम स्वीकारें। आपकी कक्षा से बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारियां और अपनी कमियां समझ आने लगी हैं। आज का पाठ तो बहुत ही उपयोगी है। रही बात दुलारे लाल जी की, आज तो दुलारे लाल भरे पड़े हैं और ऐसे ही उनके प्रशंसक भी है परन्तु निराला जी नहीं रहे। बहुत ही श्रेष्ठ दोहा सुनाया निराला जी ने।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-10674151127003287212009-03-15T08:31:00.000+05:302009-03-15T08:31:00.000+05:30बहुत जानदार दोहा आचार्या,एकाध दुलारे लाल को तो हम ...बहुत जानदार दोहा आचार्या,<BR/>एकाध दुलारे लाल को तो हम भी जानते हैं,,,,,,<BR/>पर अफ़सोस के ऐसी बाते उनके ऊपर से होकर गुजर जाती हैं,,,,,<BR/>ये सही है के मैं आपके किसी दोहे वाली पहेली का उत्तर नहीं दे पाता, ये भी सही है के अगली पोस्ट तक जानने का इन्तजार मुश्किल होता है,,,,,पर अच्छा लगता है के जब कोई बताता है ,,,कृपया उत्तर अगले अंक में ही दें,,,manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.com