tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post5751894424984638187..comments2024-03-23T18:32:18.216+05:30Comments on हिन्द-युग्म Hindi Kavita: कुछ दर्द मेरे अपनेशैलेश भारतवासीhttp://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-38705085467810924472008-09-16T10:18:00.000+05:302008-09-16T10:18:00.000+05:30mujhe to harek pankti achchhi lagimujhe to harek pankti achchhi lagisunil kumar sonuhttps://www.blogger.com/profile/05403380017177662881noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-63735020431679746332007-11-26T09:52:00.000+05:302007-11-26T09:52:00.000+05:30कुछ दोस्त मिले मुझको,कुछ सिर्फ़ सौदायी भी,कुछ याद ह...कुछ दोस्त मिले मुझको,<BR/>कुछ सिर्फ़ सौदायी भी,<BR/>कुछ याद हैं अब तक<BR/>कुछ मैने भुलाये भी<BR/><BR/>bahut khoob Mohinder jiManuj Mehtahttps://www.blogger.com/profile/12578930117506914122noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-31873280940234443442007-11-23T01:06:00.000+05:302007-11-23T01:06:00.000+05:30अनुभव को बँटोरेंगे तो कविता अच्छी बनेगी। यह उसकी म...अनुभव को बँटोरेंगे तो कविता अच्छी बनेगी। यह उसकी मिसाल है।शैलेश भारतवासीhttps://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-33882967716960999532007-11-15T19:14:00.000+05:302007-11-15T19:14:00.000+05:30मोहिन्दर जी!!बहुत ही सुंदर लिखा है....साधारण शब्दो...मोहिन्दर जी!!<BR/>बहुत ही सुंदर लिखा है....साधारण शब्दों का प्रयोग करते हुए भी आपने बहुत ही अच्छी रचना की है......बधाई हो!!!<BR/>*******************<BR/>कुछ खामोश पीये मैंने<BR/>कुछ खुल के बहाये भी<BR/><BR/>कुछ बातें कह डाली<BR/>कुछ किस्से छुपाये भी<BR/>कुछ काटी अंधेरों में<BR/>कुछ चिराग जलाये भी<BR/><BR/>कुछ दोस्त मिले मुझको,<BR/>कुछ सिर्फ़ सौदायी भी,<BR/>**********************"राज"https://www.blogger.com/profile/17803945586042941740noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-58706783442306704982007-11-14T09:41:00.000+05:302007-11-14T09:41:00.000+05:30कुछ कौल मेरे टूटेकुछ वादे निभाये भीकुछ काटी अंधेरो...कुछ कौल मेरे टूटे<BR/>कुछ वादे निभाये भी<BR/><BR/>कुछ काटी अंधेरों में<BR/>कुछ चिराग जलाये भी<BR/><BR/>कुछ याद हैं अब तक<BR/>कुछ मैने भुलाये भी<BR/><BR/>मोहिन्दर जी,<BR/>दिल को छू लेने वाली पंक्तियाँ लिखी हैं आपने। ये दर्द आपके नहीं सबके है। इसलिए हर कोई इसे महसूस कर सकता है। <BR/>मनीष जी ने सही हीं लिखा है कि ये छोटे शब्द भारी-भरकम शब्दों को मात देने में काफी हैं। आप पूरी तरह से सफल हुए हैं।<BR/>बधाई स्वीकारें।विश्व दीपकhttps://www.blogger.com/profile/10276082553907088514noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-81563270173431408322007-11-14T09:17:00.000+05:302007-11-14T09:17:00.000+05:30मोहेंदर जी, बहुत ही शानदार है ये गीत, आपसे इसे सुन...मोहेंदर जी, बहुत ही शानदार है ये गीत, आपसे इसे सुनना भी उतना ही मनमोहक अनुभव रहा था, बस आखिरी ४ पंक्तियाँ उतनी प्रभावी नही लगी, इतनेसुंदर गीत का और बेहतर हो सकता थाSajeevhttps://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-27951009138546306572007-11-13T22:46:00.000+05:302007-11-13T22:46:00.000+05:30मोहिन्दर जी!कुछ याद हैं अब तककुछ मैने भुलाये भीकुछ...मोहिन्दर जी!<BR/><BR/>कुछ याद हैं अब तक<BR/>कुछ मैने भुलाये भी<BR/><BR/>कुछ राहों में छूटे<BR/>कुछ मंजिल तक आये भी<BR/><BR/>सुंदरAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/09417713009963981665noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-85170262349148571342007-11-13T19:56:00.000+05:302007-11-13T19:56:00.000+05:30बहुत सुन्दर लिखा है आपने ..कल सुना नहीं जरुर यह सु...बहुत सुन्दर लिखा है आपने ..कल सुना नहीं जरुर यह सुनने में बहुत अच्छी लगी होगी .[:)]<BR/><BR/>कुछ दोस्त मिले मुझको,<BR/>कुछ सिर्फ़ सौदायी भी,<BR/>कुछ याद हैं अब तक<BR/>कुछ मैने भुलाये भी<BR/><BR/> बधाई सुन्दर रचना के लिए ..!!रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-82173764835341254922007-11-13T15:49:00.000+05:302007-11-13T15:49:00.000+05:30मोहिन्दर जीदार्शनिक हो गए लगते हैं । जीवन का सम्पू...मोहिन्दर जी<BR/>दार्शनिक हो गए लगते हैं । जीवन का सम्पूर्ण दर्शन ही दे डाला । सचमुच जीवन सुःख और दुःख , हर्ष और विषाद दोनो का मिला जुला रूप है। सब कुछ सदा एक सा नहीं रहता । <BR/>कुछ दोस्त मिले मुझको,<BR/>कुछ सिर्फ़ सौदायी भी,<BR/>कुछ याद हैं अब तक<BR/>कुछ मैने भुलाये भी<BR/>बस यही जीवन है । सतत् चलता रहता है । एक सुन्दर अभिव्यक्ति के लिए बधाई ।शोभाhttps://www.blogger.com/profile/01880609153671810492noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-88976955424118346062007-11-13T13:41:00.000+05:302007-11-13T13:41:00.000+05:30मोहिन्दर जी!क्या बात कही है आपने,मैं तो बस.....हर ...मोहिन्दर जी!<BR/><BR/>क्या बात कही है आपने,मैं तो बस.....हर पंक्ति का गुलाम हो गया।<BR/>ये छोटी छोटी कम बोलने वाली लाईनें जो कह रही हैं शायद ही कोई<BR/>भारी भरकम लाईन वो बात कह पाये।<BR/><BR/> बधाई!मनीष वंदेमातरम्https://www.blogger.com/profile/10208638360946900025noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-72362406935620261702007-11-13T12:37:00.000+05:302007-11-13T12:37:00.000+05:30हाँ कई बार धुन के मीटर पर भी गीत निर्भर करता है.हाँ कई बार धुन के मीटर पर भी गीत निर्भर करता है.Avanish Gautamhttps://www.blogger.com/profile/03737794502488533991noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-46678560872455189902007-11-13T12:30:00.000+05:302007-11-13T12:30:00.000+05:30अविनाश जी,आपने कुछ बाते सुझाई धन्यवाद यह आपाकी जाग...अविनाश जी,<BR/>आपने कुछ बाते सुझाई धन्यवाद यह आपाकी जागरूकता दिखाता है... दरअसल कल इसे मैने सस्वर एक जगह पढा (गाया) और गाते समय मुझे यही शब्द उचित लगे...आप गा कर देखिये .. अन्तर जान जायेंगे.. इसी कारण कुछ पंक्तियों में अतिरिक्त शब्द भी हैंMohinder56https://www.blogger.com/profile/02273041828671240448noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-86187989948698255762007-11-13T12:19:00.000+05:302007-11-13T12:19:00.000+05:30बढिया है मोहिन्दर भाई!बस मुझे कुछ चीजें खटकीं..1 क...बढिया है मोहिन्दर भाई!बस मुझे कुछ चीजें खटकीं<BR/>..<BR/><BR/>1 कुछ सिर्फ़ सौदायी भी. (सिर्फ़ की जगह केवल शायद ज्यादा बेहतर होता)<BR/><BR/><BR/>2 कुछ वक्ती सताये भी ( वक़्त के सताए हो सकता था)Avanish Gautamhttps://www.blogger.com/profile/03737794502488533991noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-64504642136699132532007-11-13T12:14:00.000+05:302007-11-13T12:14:00.000+05:30वाह वाह . हर पंक्ती तारीफ के काबील है.बहुत सुंदर. ...वाह वाह . हर पंक्ती तारीफ के काबील है.<BR/>बहुत सुंदर. वाह वाह.<BR/><BR/>अवनीश तिवारीअवनीश एस तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/04257283439345933517noreply@blogger.com