tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post5551450047046438360..comments2024-03-23T18:32:18.216+05:30Comments on हिन्द-युग्म Hindi Kavita: आभारी हूँशैलेश भारतवासीhttp://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-22609868716059149212010-01-26T15:27:53.096+05:302010-01-26T15:27:53.096+05:30अच्छी रचना..
बधाई..
औत सभी पाठकों को..आपको युग्म ...अच्छी रचना..<br />बधाई..<br /><br />औत सभी पाठकों को..आपको युग्म को गणतंत्र दिवस कि बधाई..manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-21534105998884816552010-01-25T21:43:01.653+05:302010-01-25T21:43:01.653+05:30समय, संध्या बेला और वर्षा
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कोई न कोई मेरे ...समय, संध्या बेला और वर्षा<br />........<br />कोई न कोई मेरे अनुभवों को<br />पढ़ते होंगे, समझते होंगे,ग्रहण करते होंगे ....<br /><br />जिसे समझना है समझ लेAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-17992413130660479502010-01-25T18:18:03.341+05:302010-01-25T18:18:03.341+05:30कवियित्री सुनीता यादव. यह नाम हमारे लिए नया नहीं. ...कवियित्री सुनीता यादव. यह नाम हमारे लिए नया नहीं. हमेशा से मैं सुनीता को एक बेबाक कवियित्री मानता रहा हूँ. बहुत सघन अनुभूतियों भरी रचनाएं लिख देना बल्कि कह देना, किसी के लिए भी एक असाधरण क्षमता का परिचायक है. संभवत: मैंने पहली कविता से लेकर अब तक कई कविताएं सुनीं और पढ़ी होंगी. हमेशा यही लगा कि रचना बोलती है. बिम्ब और प्रतीक भेद जाते हैं. <br /><br />'आभार' इस रचना में भी ये बात साफ है.....<br /><br /><br />मुझे लगता है इस आभार में बड़े सवाल छिपे हैं जो संभवत: किसी अन्य कविता के माध्यम से सामने आएंगे. <br /><br />मुझे वर्षा तक पहुंचा देने की धीरज दिलाती<br />और ले जाती स्वाधीनता संग्राम तक ...<br />बंद आँखों में<br />समालोचनाओं के बंद कमरे में<br />कोई न कोई मेरे अनुभवों को<br />पढ़ते होंगे, समझते होंगे,ग्रहण करते होंगे ....<br /><br />वर्षा, संग्राम और बंद आखों में समालोचनाओं के बंद कमरे... एक सघन अनुभूति का क्रम है जो विवश करता है रचना और रचनाकार को समझने और जुड़ने से. <br /><br />होमनिधि शर्माHOMNIDHI SHARMAhttps://www.blogger.com/profile/14851071856706443401noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-24614503726427885342010-01-24T23:15:40.454+05:302010-01-24T23:15:40.454+05:30बहुत बढ़िया सुंदर शब्द एवं सुंदर भाव...धन्यवाद सुन...बहुत बढ़िया सुंदर शब्द एवं सुंदर भाव...धन्यवाद सुनीता जी!!विनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.com