tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post4555335999132583143..comments2024-03-23T18:32:18.216+05:30Comments on हिन्द-युग्म Hindi Kavita: दूसरी नेपाली कविताशैलेश भारतवासीhttp://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-86319979332475619062007-12-23T12:28:00.000+05:302007-12-23T12:28:00.000+05:30इस कविता को हिन्द-युग्म की शीर्ष ५० कविताओं में रख...इस कविता को हिन्द-युग्म की शीर्ष ५० कविताओं में रखा जा सकता है। कुमुद अधकारी जी की जितनी तारीफ की जाय उतनी कम है। ये केवल अनुवाद ही नहीं कर रहे हैं बल्कि आधुनिक नेपाली साहित्य को हम तक पहुँचा रहे हैं।शैलेश भारतवासीhttps://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-10337358211434901522007-12-22T22:28:00.000+05:302007-12-22T22:28:00.000+05:30आखरी पंक्तियाँ दिल को छू जाती हैं...सुनीताआखरी पंक्तियाँ दिल को छू जाती हैं...<BR/>सुनीताDr. sunita yadavhttps://www.blogger.com/profile/00087805599431710687noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-10341317005475409382007-12-22T06:07:00.000+05:302007-12-22T06:07:00.000+05:30I respect everyone for your kind words. Thank you ...I respect everyone for your kind words. Thank you a lot. I beg your pardon for not writing in Hindi because I am not good at all. I thank Kumudjee for all the trouble he took to translate it and post in your blog. Many thanks to you all.Mukul Dahalhttps://www.blogger.com/profile/13730931835495097404noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-52629338514969254282007-12-21T23:12:00.000+05:302007-12-21T23:12:00.000+05:30'बुद्धि की जीभ चलाता हूँ।शब्दातीत सत्य के तलाश में...'बुद्धि की जीभ चलाता हूँ।<BR/>शब्दातीत सत्य के तलाश में<BR/>हर क्षण का स्वाद लेता हूँ।'<BR/><BR/>उपमाओं का इस्तमाल खूब किया आपने-<BR/>बहुत ही अच्छी कविता है.मुकुल जी बधाई!<BR/>कुमुद अधिकारी जी को धन्यवाद कि उनके प्रयासों से हमे यह कविता पढ़ने को मिली.Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-46389356128329697852007-12-21T20:36:00.000+05:302007-12-21T20:36:00.000+05:30शब्दातीत सत्य के तलाश मेंहर क्षण का स्वाद लेता हूँ...शब्दातीत सत्य के तलाश में<BR/>हर क्षण का स्वाद लेता हूँ।<BR/>और फिर खुद को<BR/>रूपए-दो रुपए की तरह<BR/>चलाता रहता हूँ<BR/>खर्च करता रहता हूँ।<BR/><BR/>बहुत सुन्दर!मुग्ध कर देनेवाली रचना। मुकुल जी एवं कुमुद जी को कोटिशः साधुवाद।RAVI KANThttps://www.blogger.com/profile/07664160978044742865noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-75521629587894991582007-12-21T19:06:00.000+05:302007-12-21T19:06:00.000+05:30मुकुल जी बहुत ही मीठी सी रचना, कुमुद जी हम आपके सह...मुकुल जी बहुत ही मीठी सी रचना, कुमुद जी हम आपके सहयोग के लिए भी आभारी हैं, जिनके योगदान से ये सुअवसर हमें मिला.<BR/> आलोक सिंह "साहिल"Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-52462914765619744652007-12-21T17:15:00.000+05:302007-12-21T17:15:00.000+05:30कुमुद जीएक सुंदर कविता को आपने सब तक पहुँचाया इसके...कुमुद जी<BR/>एक सुंदर कविता को आपने सब तक पहुँचाया इसके लिए हार्दिक बधाई. कविता बहुत सुंदर है. जीवन इसी का नाम है. <BR/>कवि मुकुल जी को भी बहुत बहुत बधाई.शोभाhttps://www.blogger.com/profile/01880609153671810492noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-75759140583894883862007-12-21T15:02:00.000+05:302007-12-21T15:02:00.000+05:30सुदर रचना शब्दातीत सत्य के तलाश मेंहर क्षण का स्वा...सुदर रचना <BR/><BR/>शब्दातीत सत्य के तलाश में<BR/>हर क्षण का स्वाद लेता हूँ।<BR/>और फिर खुद को<BR/>रूपए-दो रुपए की तरह<BR/>चलाता रहता हूँ<BR/>खर्च करता रहता हूँ।<BR/><BR/>बहुत बढियाभूपेन्द्र राघव । Bhupendra Raghavhttps://www.blogger.com/profile/05953840849591448912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-60557136268122114822007-12-21T11:07:00.000+05:302007-12-21T11:07:00.000+05:30मुकुल जी वाहबहुत सुन्दर विचारों से आप ने हमारा परि...मुकुल जी वाह<BR/>बहुत सुन्दर विचारों से आप ने हमारा परिचय करवाया है <BR/>रचना बहुत सुन्दर लगी <BR/>और कुमुद अधिकारी जी को कोटि कोटि धन्यबाद कि उनके सौजन्य से हमे यह कविता पढ़ने को मिली <BR/>विपिनvipin chauhanhttps://www.blogger.com/profile/06304121766134961308noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-40265466462817679682007-12-20T23:13:00.000+05:302007-12-20T23:13:00.000+05:30अविनाश जी, राजीव रंजन जी, पंकज जी, सजीव सारथी जी,र...अविनाश जी, राजीव रंजन जी, पंकज जी, सजीव सारथी जी,रंजू जी और श्रीकांत जी, आप सबको नमन। अगर आपलोग इसीतरह हौसला-अफ़ज़ाई करते रहें तो हममें शक्ति बनी रहेगी। <BR/><BR/>कुमुद।Kumud Adhikarihttps://www.blogger.com/profile/05161570130535747181noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-35683408965572000572007-12-20T21:05:00.000+05:302007-12-20T21:05:00.000+05:30वाह ...... कुमुद अधिकारी जी का बहुत धन्यवाद. आपके ...वाह ...... <BR/>कुमुद अधिकारी जी का बहुत धन्यवाद. आपके प्रयासों से हम समृद्ध नेपाली साहित्य से भी युग्म पाठकों को अवगत करा सकेंगेAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/09417713009963981665noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-7873449085943795602007-12-20T20:53:00.000+05:302007-12-20T20:53:00.000+05:30शब्दातीत सत्य के तलाश मेंहर क्षण का स्वाद लेता हूँ...शब्दातीत सत्य के तलाश में<BR/>हर क्षण का स्वाद लेता हूँ।<BR/>और फिर खुद को<BR/>रूपए-दो रुपए की तरह<BR/>चलाता रहता हूँ<BR/>खर्च करता रहता हूँ।<BR/><BR/> बहुत अच्छी ..लगी यह कविता .कुमुद अधिकारी जी का विषेश आभार जिस से हम यह पढ़ पाये ..और इंतज़ार रहेगा नई रचनाओं का !!रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-66332083226290639622007-12-20T18:50:00.000+05:302007-12-20T18:50:00.000+05:30जीवन के चक्रपथ में भोग ऊँचा हो रहा हैबुद्धि की जीभ...जीवन के चक्रपथ में भोग ऊँचा हो रहा है<BR/>बुद्धि की जीभ चलाता हूँ।<BR/>शब्दातीत सत्य के तलाश में<BR/>हर क्षण का स्वाद लेता हूँ।<BR/>और फिर खुद को<BR/>रूपए-दो रुपए की तरह<BR/>चलाता रहता हूँ<BR/>खर्च करता रहता हूँ।<BR/>वाह क्या बात है....Sajeevhttps://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-4808949674600170722007-12-20T17:51:00.000+05:302007-12-20T17:51:00.000+05:30बहुत ही अच्छी कविता, गुलज़ार साहब की झलक मिलती है,...बहुत ही अच्छी कविता, गुलज़ार साहब की झलक मिलती है, ऐसे उपमाओं को तलाश कर कविता लिखना वाकई काबिल-ए-तारीफ है, आपको नमन<BR/>पंकज रामेन्दू मानवpankaj ramenduhttps://www.blogger.com/profile/03167207229403838549noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-88710353307074249372007-12-20T15:42:00.000+05:302007-12-20T15:42:00.000+05:30शब्दातीत सत्य के तलाश मेंहर क्षण का स्वाद लेता हूँ...शब्दातीत सत्य के तलाश में<BR/>हर क्षण का स्वाद लेता हूँ।<BR/>और फिर खुद को<BR/>रूपए-दो रुपए की तरह<BR/>चलाता रहता हूँ<BR/>खर्च करता रहता हूँ।<BR/><BR/>बेहतरीन रचना। कुमुद अधिकारी जी का विषेश आभार जिनके प्रयासों से हम मुकुल जी व उनकी रचना से परिचित हो सके।<BR/><BR/>हिन्द युग्म के इस स्तंभ में अपार संभावनायें हैं।<BR/><BR/>*** राजीव रंजन प्रसादराजीव रंजन प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/17408893442948645899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-23270326823448284322007-12-20T14:51:00.000+05:302007-12-20T14:51:00.000+05:30मुकुल दाहाल को बधाई! बहुत बढिया कविता! कुमुद अधिका...मुकुल दाहाल को बधाई! बहुत बढिया कविता! कुमुद अधिकारी साधुवाद के पात्र है जिनके सौजन्य से हम आधुनिक नेपाली कविता से रूबरू हो पा रहे हैंAvanish Gautamhttps://www.blogger.com/profile/03737794502488533991noreply@blogger.com