tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post3067171310084005068..comments2024-03-23T18:32:18.216+05:30Comments on हिन्द-युग्म Hindi Kavita: हिन्द-युग्म ने किया अपने पहले वार्षिकोत्सव का सफल आयोजनशैलेश भारतवासीhttp://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comBlogger32125tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-32953617253730464532023-03-04T12:05:01.948+05:302023-03-04T12:05:01.948+05:30bbcsamachar24.combbcsamachar24.comAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/06181887937209378871noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-24873154743931936962022-12-22T12:58:08.731+05:302022-12-22T12:58:08.731+05:30Bhai aapki site prr backlink lgwaana hBhai aapki site prr backlink lgwaana hAaj takhttp://newzfunda.com/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-34653402976218020902022-12-22T12:56:32.928+05:302022-12-22T12:56:32.928+05:30Very niceVery niceAaj takhttp://newzfunda.com/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-90431303438417443642020-12-08T12:46:43.648+05:302020-12-08T12:46:43.648+05:30अपने आस पास की खबरे पाएं अब<a href="http://www.firstuttarpradesh.com/" rel="nofollow">अपने आस पास की खबरे पाएं अब</a>First Uttar Pradeshhttps://www.blogger.com/profile/16750799696542878819noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-91954658505524279012020-12-08T12:46:11.130+05:302020-12-08T12:46:11.130+05:30Firstuttarpradesh.com - Local and National News Si...<a href="http://www.firstuttarpradesh.com/" rel="nofollow">Firstuttarpradesh.com - Local and National News Site</a>First Uttar Pradeshhttps://www.blogger.com/profile/16750799696542878819noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-80788512548282907852009-01-10T18:04:00.000+05:302009-01-10T18:04:00.000+05:30शैलेश जी एवं समस्त हिन्दयुग्म परिवार को इस सफल आयो...शैलेश जी एवं समस्त हिन्दयुग्म परिवार को इस सफल आयोजन के लिए हार्दिक बधाई|Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-68377896785463869712009-01-06T13:46:00.000+05:302009-01-06T13:46:00.000+05:30हिंद-युग्म के वार्षिकोत्सव मेरे लिए एक सुखद अनुभव ...हिंद-युग्म के वार्षिकोत्सव मेरे लिए एक सुखद अनुभव था. बहुत प्रबुद्ध पाठकों से साक्षात्कार हुआ तथा एक से बढ़ कर एक कवियों की कवितायेँ सुनने को मिली. हिन्दी में कैसे टाइप किया जाए, व हिन्दी में online गतिविधियों पर सैलेश का विस्तृत आख्यान बहुत ज्ञान-वर्धक था. हिन्द-युग्म पत्रिका संसार का एक सशक्त विकल्प बन कर आया है, यह अब स्व-प्रमाणित बात हो गई है. सैलेश भारतवासी व उस की टीम का परिश्रम प्रशंसा योग्य हैं. कार्यक्रम में श्याम सखा श्याम द्वारा सञ्चालन व निखिल की प्रतिपल की मुस्तैदी के लिए भी साधुवाद.Prem Chand Sahajwalahttps://www.blogger.com/profile/16785012663655370640noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-68021508586546940952009-01-01T22:36:00.000+05:302009-01-01T22:36:00.000+05:30सफल आयोजन के लिए सभी को बधाई ---------वहाँ न होने ...सफल आयोजन के लिए सभी को बधाई ---------वहाँ न होने का गम, पढ़कर भुलाने का प्रयास कर रहा हूँ।<BR/>--देवेन्द्र पाण्डेय।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-60812851457154781362009-01-01T15:36:00.000+05:302009-01-01T15:36:00.000+05:30शैलेश जी और समस्त हिंद युग्म परिवार को सफल आयोजन क...शैलेश जी और समस्त <BR/>हिंद युग्म परिवार को <BR/>सफल आयोजन के लिए <BR/><BR/>बधाई !!!! Ria Sharmahttps://www.blogger.com/profile/07417119595865188451noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-46147778719601295982008-12-31T22:04:00.000+05:302008-12-31T22:04:00.000+05:30यशदीप जी,कार्यक्रम में शैलेश आखिर में श्याम जी को ...यशदीप जी,<BR/>कार्यक्रम में शैलेश आखिर में श्याम जी को क्या कहते....हम अगर आपस में ही मंच से एक-दूसरे को धन्यवाद करते रहे तो फिर हो गया...श्याम जी को सब पता है कि हिंदयुग्म में उनकी क्या अहमियत है...भोंपू लगाकर बताने की कोई ज़रूरत नहीं...<BR/>निखिल आनंद गिरिNikhilhttps://www.blogger.com/profile/16903955620342983507noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-2974544148471790182008-12-31T19:11:00.000+05:302008-12-31T19:11:00.000+05:30हिंद युग्म को साल गिरह पर, है शत बार बधाई.मानस जीव...हिंद युग्म को साल गिरह पर, है शत बार बधाई.<BR/><BR/>मानस जीवन रितुओं जैसा<BR/>पल पल बदला जाये ।<BR/>कभी खुशी की किरने फूटे<BR/>कभी गमो के साये ।। <BR/><BR/><BR/>ग्रीष्म रितु की धूप ढलने का<BR/>छाओं मेन करना इन्तजार ।<BR/>नीरस पतझर बाद<BR/>आती बसन्त बहार ।।<BR/><BR/>प्रकृति ने यह नियम बनाये<BR/>धूप छावँ के खेल खिलाये ।<BR/>शीत रितु की निष्ठुर ठंडी में<BR/>आशा रुपी आग जलाओ ।<BR/>कोहरे सी समस्याओं को<BR/>अपने जीवन से दूर भगाओ ।।<BR/><BR/>अंधेरा छटेगा<BR/>प्रभात प्रकाश लाये ।<BR/>वर्षा रितु के सैलाबों में<BR/>नैइया बिपत्तियों में फ़ँस जाये ।<BR/>धैर्र ना खोना मन का प्राणी<BR/>साहस जीवन नैया पार लगाये ।।<BR/><BR/>दृढ इच्छा शक्ति के बल पर<BR/>ईश्वर से है बिनय हमारी ।<BR/>जो आशायें सन्जोई हमने<BR/>वो सब हों शुभ मंगल कारी ।। <BR/>नूतन साल 2009 के शुप्रभात पर<BR/>ललित वसंत रितु है आये ।<BR/>जीवन में खुशहाली लेकर<BR/>अभिलाषा के सुमन खिलाये ।।devendra kumar mishrahttps://www.blogger.com/profile/10418159674868665384noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-22070254140459498942008-12-31T08:29:00.000+05:302008-12-31T08:29:00.000+05:30उसको भूली दुनिया सारी पत्थर जो बुनियाद रहा शैलेश...उसको भूली दुनिया सारी <BR/>पत्थर जो बुनियाद रहा <BR/>शैलेश भारतीय ने अपने शुरूआती कथन में आयोजन करवाने का सारा श्री श्यामसखा श्याम को बतलाया और बाद में भी पूरे आयोजन को बांधे रखने का कुछ श्रेय क्या उन्हें नहीं जाता ,जो? यशदीपAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-90619951881190932612008-12-31T08:04:00.000+05:302008-12-31T08:04:00.000+05:30varshi aayojan vakai abhootpoorv rhaek to sayonjan...varshi aayojan vakai abhootpoorv rha<BR/>ek to sayonjan -beech beech men kavita path ne boriyat n hone di.<BR/>kavityen tazagi bharin ti specially roopam v n giri ki<BR/>sanchalan bhi kamal ka raha isi vazah se log ube nahin <BR/>राजेंदर यादव एक मानसिक रोगी हैं,अपने भूतकाल से बुढापे में निजात पाना चाहते हैं |क्यों ,क्योंकि उनके कप बोर्ड में अनेक बुरे कामों के कंकाल हैं अत वे साडी दुनिया के भूतकाल से डरते हैं i.e he has many skeltons in his cupboard<BR/>aaj sahity ki main stream men unhe koi nahin poochhta so vah tathakathit dalitwad- stri mukti ka nara lagate hain .manu bhandari unki wife ,jo ab dashkon se une apna pati nahin manti ki biography padh kar unki sachayee se ribroo hua ja skata haiAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-18497604956350480592008-12-30T23:14:00.000+05:302008-12-30T23:14:00.000+05:30डा.रमा द्विवेदी said.... हिन्द-युग्म का प्रथम व...डा.रमा द्विवेदी said....<BR/><BR/> हिन्द-युग्म का प्रथम वार्षिक आयोजन सफल रहा यह विस्तृत रिपोर्ट बताती है। शैलेश भारतवासी व इससे जुड़े सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई एवं आप सभी को नववर्ष की हार्दिक मंगलकामनाएं स्वीकार हों। पता नहीं क्यों चित्र नही दिख पाए...शायद कुछ तकनीकी समस्या हो।Ramahttps://www.blogger.com/profile/10010943809475838010noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-51955054081881061352008-12-30T19:37:00.000+05:302008-12-30T19:37:00.000+05:30congratulation to whole unit of hind yugm for comp...congratulation to whole unit of hind yugm for completation of it's annual function.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-69805265736538300142008-12-30T18:41:00.000+05:302008-12-30T18:41:00.000+05:30आपने बढिया कविता लिख डाली राघव जी...बड़ी हंसी आयी ...आपने बढिया कविता लिख डाली राघव जी...बड़ी हंसी आयी पढकर..सचमुच मैंने देखा कि आप चुपचाप कोने में चिपक गये थे...आपसे ठीक से मिल भी नहीं पाया...आपकी कविताओं का मज़ा फिर किसी और आयोजन में...Nikhilhttps://www.blogger.com/profile/16903955620342983507noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-4030786899326147452008-12-30T16:54:00.000+05:302008-12-30T16:54:00.000+05:30राघव जी,आपकी कवितामय टिप्पणी का मुझे इंतजार था... ...राघव जी,<BR/>आपकी कवितामय टिप्पणी का मुझे इंतजार था... :-)तपन शर्मा Tapan Sharmahttps://www.blogger.com/profile/02380012895583703832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-70398308480367927792008-12-30T16:09:00.000+05:302008-12-30T16:09:00.000+05:30हिंद युग्म के वार्षिकोत्सव की रिपोर्ट पढ़ कर सचमुच ...हिंद युग्म के वार्षिकोत्सव की रिपोर्ट पढ़ कर सचमुच बड़ी खुशी हो रही है , इस सफलता के लिए युग्म और भारतवासी जी को बहुत बहुत बधाई. अफ़सोस है कि इस आयोजन में सम्मिलित नहीं हो पाई . <BR/>युग्म दिन दुनी .....तरक्की करे, इन्ही शुभकामनाओं के साथ...<BR/>पूजा अनिलPooja Anilhttps://www.blogger.com/profile/11762759805938201226noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-36379460251135080032008-12-30T15:43:00.000+05:302008-12-30T15:43:00.000+05:30ट्रिन ट्रिन घंटी बजी हमारी क्यूँ ना अब तक पहुँचे ...ट्रिन ट्रिन घंटी बजी हमारी <BR/>क्यूँ ना अब तक पहुँचे आप<BR/>जगह नहीं अब खडे होन की<BR/>बात गया मैं पल में भांप<BR/>दीवारों से बाहर रह कर <BR/>कैसे मजा मिले भरपूर <BR/>ना मैं जादूगर चेतन हूँ <BR/>ना मैं ठहरा अनिल कपूर<BR/>झट से लोहे के घोडे को<BR/>मारीं किक मैने दो चार<BR/>जर्सी स्वेटर लाद लूद कर<BR/>फौरन उस पर हुआ सवार<BR/>हिन्दी भवन के मेन गेट पर<BR/>दी फिर मैने खींच लगाम <BR/>हर्षित हो चढ गया सीढियाँ<BR/>सोच रहा लो हो गया काम<BR/>फाटक खोल घुसा ज्यों अन्दर<BR/>हॉल खचाखच भरा पडा <BR/>बेटा राघव अब कोने में <BR/>हो जा जाकर चुपचाप खडा <BR/>पर मन में फुलझडियाँ छूटीं<BR/>और अनार पटाखे भी<BR/>तेरा तो सौभाग्य है बच्चे<BR/>अरे देर से आके भी <BR/>कितने ही स्नेही प्रियजन <BR/>हिन्दी सेवक हितकारी<BR/>अब नहीं रुकने वाली भैया <BR/>घर-आँगन हिन्दी किलकारी<BR/>मंचासीन गणमान्य अतिथि<BR/>समां निराला अजब गजब <BR/>मंत्र मुग्ध थे कविता सुनकर <BR/>वहाँ उपस्थित सब के सब <BR/>बैकग्राउंड में 'बढे चलो' था<BR/>उपर सरल स्लाइड शो..<BR/>कैसे पाँच मिनट के अन्दर<BR/>अपनी भाषा अपनी हो...<BR/>और बहुत सी बातें सबने<BR/>हिन्दी हित की खूब कहीं<BR/>बोर हुए हों जर देर भी<BR/>किसी को ऐसा लगा नहीं<BR/>पेट के पूजन हेतु व्यवस्था<BR/>भी वहाँ पर रखवाई थी<BR/>क़ॉफी/चाय की बूँद बूँद में<BR/>हिन्दी घोल पिलाई थी..<BR/>भाषा वीर सिपाहियो का<BR/>उनकी सेवा का फल था<BR/>सफल नही था वरन आयोजन<BR/>सचमुच में महासफल था<BR/><BR/>जय हिन्द- जय हिन्दीभूपेन्द्र राघव । Bhupendra Raghavhttps://www.blogger.com/profile/05953840849591448912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-17324423141196236592008-12-30T15:22:00.000+05:302008-12-30T15:22:00.000+05:30हिन्दयुग्म का वार्षिकोत्सव के बारे मे पढ कर ऐसा लग...हिन्दयुग्म का वार्षिकोत्सव के बारे मे पढ कर ऐसा लग रहा है <BR/>कि काश हम भी वहीं होते |सफल आयोजन के लिए बहुत-बहुत बधाई |सीमा सचदेवhttps://www.blogger.com/profile/04082447894548336370noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-4196383714119634502008-12-30T14:40:00.000+05:302008-12-30T14:40:00.000+05:30वाह भाई शामिल नही हो पाया पर रिपोट पढ़ कर मन गद गद...वाह भाई शामिल नही हो पाया पर रिपोट पढ़ कर मन गद गद हो गया .....पूरे हिंद युग्म को बधाई....सितारों से आगे जहाँ और भी है ....बढे चलो अब नई मंजिलों कोSajeevhttps://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-12537471296576103672008-12-30T12:26:00.000+05:302008-12-30T12:26:00.000+05:30हिन्द-युग्म वार्षिकोत्सव कार्यक्रम के सफल आयोजन प...हिन्द-युग्म वार्षिकोत्सव कार्यक्रम के सफल आयोजन पर बहुत बहुत बधाई.Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-28945549583677061612008-12-30T10:45:00.000+05:302008-12-30T10:45:00.000+05:30नि:संदेह एक सफल आयोजन..मुझे इस तरह के रिस्पांस की ...नि:संदेह एक सफल आयोजन..<BR/>मुझे इस तरह के रिस्पांस की उम्मीद नहीं थी। हिन्दी और हिन्दी ब्लॉगिंग की हर तरफ तारीफ थी और हिन्दयुग्म के कार्यों को सराहा गया।<BR/><BR/>कार्यक्रम शानदार रहा। विशेषकर गौरव की कविता तथा नक़वी साहब की ग़जल पसंद आई। <BR/><BR/>इस तरह के आयोजनो से ही हिन्दी का वर्चस्व बढेगा<BR/>मै सोचता था लोगो की रूची हिन्दी की तरफ कम हो रही है पर आयोजन ने मेरा भ्रम तोड दिया<BR/>हिन्दी और काव्य प्रेमियो की भीड देखकर मुझे खुशी व्यक्त करने के लिए मेरे पास ना तो कल शब्द थे और ना ही आज शब्द है<BR/><BR/>कहते हैं की सूरज के सामने दिया जलाने का कोई ओचित्य नही होता क्योंकि सूरज का प्रकाश दीपक की लो को निस्तेज कर देता है ... लेकिन हिंद युग्म के यश और भारतवासी के तप ने तो सूरज को ही निस्तेज कर दिया .....<BR/><BR/>हिन्दयुग्म के बड़ते क़दमों को सलाम!!!!<BR/><BR/>इतने हिन्दी प्रेमीयों को देख के मन गद गद उठा .शैलेश जी आप का प्रयास सराहनीये है बस यूँ लग रहा था की काश मै भी वहां होती <BR/><BR/>हिन्दयुग्म के सभी सदस्यों एवं पाठकों को बधाईयाँ ...हिन्दयुग्म के कार्यों को सराहा जाना, हिन्दी ब्लॉगिंग की तारीफ ,हिन्दी प्रेमियो की भीड देखकर मन मचल उठा ..इतना सफल आयोजन देख कर ऐसा लग रहा है कि काश मैं वहाँ होती :-(.शैलेशजी आप का यह प्रयास सचमुच सराहनीय है.<BR/><BR/>itane logon ki prasansa sun garv hua ki mai bhi hind yugm se judi hun... bhot bhot BDHAI...!हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-30466395712252531542008-12-30T10:30:00.000+05:302008-12-30T10:30:00.000+05:30हिन्दयुग्म के सभी सदस्यों एवं पाठकों को बधाईयाँ .....हिन्दयुग्म के सभी सदस्यों एवं पाठकों को बधाईयाँ ...हिन्दयुग्म के कार्यों को सराहा जाना, हिन्दी ब्लॉगिंग की तारीफ ,हिन्दी प्रेमियो की भीड देखकर मन मचल उठा ..इतना सफल आयोजन देख कर ऐसा लग रहा है कि काश मैं वहाँ होती :-(.शैलेशजी आप का यह प्रयास सचमुच सराहनीय है.<BR/><BR/>सुनीता यादवDr. sunita yadavhttps://www.blogger.com/profile/00087805599431710687noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-21536856174958376202008-12-30T02:46:00.000+05:302008-12-30T02:46:00.000+05:30शैलेश जीआपने जो कदम उठाया है हिंदी को इन्टरनेट क...शैलेश जी<BR/>आपने जो कदम उठाया है हिंदी को इन्टरनेट के माध्यम से सर्वत्र पहुँचने का निसंदेह प्रसंसनीय <BR/>है .<BR/>सबका काव्य पाठ बहुत अच्छा लगा.. और सभी से मिलकर बहुत ख़ुशी हुई.<BR/>और आप लोगो ने जो भी कुछ arrangement किया अच्छा था. <BR/>सखीgyaneshwaari singhhttps://www.blogger.com/profile/16752930608738766658noreply@blogger.com