tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post2710763356692222042..comments2024-03-09T13:57:59.872+05:30Comments on हिन्द-युग्म Hindi Kavita: चाँद के होठों पे इक बात थी सीली निकलीशैलेश भारतवासीhttp://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-69067975093305544772009-10-21T17:05:40.063+05:302009-10-21T17:05:40.063+05:30एक बारगी तो मुझे अहमद फ़राज़ साहब की मशहूर नज़्म क...एक बारगी तो मुझे अहमद फ़राज़ साहब की मशहूर नज़्म का यह श'र ध्यान आ गया आपकी कविता का यह (तुम वही रस्म निभाने चले आ जाया करो..<br />मेरी पलकों पे लब अपने सज़ा जाया करो...) पद्यांश पढ़कर.<br /><br />पहल से मरासिम न सही फिर भी कभी तो<br />रस्म-ओ -रहे दुनिया ही निभाने के लिए आShamikh Farazhttps://www.blogger.com/profile/11293266231977127796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-83937858229483912009-10-21T17:02:36.799+05:302009-10-21T17:02:36.799+05:30अनिल जी बहुत ही बढ़िया लगी आपकी यह कविता. सबसे ज्य...अनिल जी बहुत ही बढ़िया लगी आपकी यह कविता. सबसे ज्यादा मुझे जो बात पसंद आई वह है शब्दों की रवानी, बहुत आसन और सुन्दर शब्दों का प्रयोग किया है आपने.<br /><br />तुम वही ख्वाब जगाने चले आ जाया करो..<br />मेरी रातों को चरागों से सज़ा जाया करो.Shamikh Farazhttps://www.blogger.com/profile/11293266231977127796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-8297889411207627962009-10-20T22:21:28.253+05:302009-10-20T22:21:28.253+05:30एक एहसास जगाती बड़ी सुंदर कविता...बधाईएक एहसास जगाती बड़ी सुंदर कविता...बधाईविनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-52484208845350802302009-10-20T22:04:03.309+05:302009-10-20T22:04:03.309+05:30भाव अच्छा है और कविता भी.
"दिन को धोया जो बहु...भाव अच्छा है और कविता भी.<br />"दिन को धोया जो बहुत रात भी गीली निकली..<br />चाँद के होठों पे इक बात थी सीली निकली..<br />अपनी फूँकों से वो बात सुखा जाया करो..<br />तन्हा से कुछ ख्वाब पलकों मे दबा जाया करो.."<br />पंक्तियाँ विशेष पसंद आई.<br />प्रयासरत रहें शुभकामनाएं.राकेश कौशिक https://www.blogger.com/profile/13818078212163432024noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-36748566456929067392009-10-20T20:26:10.604+05:302009-10-20T20:26:10.604+05:30बेहतरीन प्रस्तुतिबेहतरीन प्रस्तुतिरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-6545614325802290402009-10-20T20:01:08.158+05:302009-10-20T20:01:08.158+05:30काफी संतुष्टि प्रदान कर गई यह कविता।काफी संतुष्टि प्रदान कर गई यह कविता।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.com