tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post2037514067729962328..comments2024-03-23T18:32:18.216+05:30Comments on हिन्द-युग्म Hindi Kavita: *******भीड़ में अकेलापनशैलेश भारतवासीhttp://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-90791036421765145152009-02-08T21:46:00.000+05:302009-02-08T21:46:00.000+05:30जिंदगीऔर मौत केबीचएक धूमिल सी रेखा हैजोंजाने कबमिट...जिंदगी<BR/>और मौत के<BR/>बीच<BR/>एक धूमिल सी रेखा है<BR/>जों<BR/>जाने कब<BR/>मिट जायेगी, किसने देखा है<BR/><BR/>बहुत खूब सभी रचनाये बहुत सुंदर हैं <BR/>सादर<BR/>रचनाAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-19883737398770262352009-02-05T11:27:00.000+05:302009-02-05T11:27:00.000+05:30रिश्ते लिजलिजे रिश्ते पाँव तलेसांप से फिसल जाते है...रिश्ते लिजलिजे रिश्ते <BR/>पाँव तले<BR/>सांप से फिसल जाते हैं <BR/>और मन भयभीत होकर <BR/>कांपता रहता है<BR/><BR/>2. रेखा<BR/><BR/>जिंदगी<BR/>और मौत के <BR/>बीच<BR/>एक धूमिल सी रेखा है<BR/>जों <BR/>जाने कब<BR/>मिट जायेगी, किसने देखा है<BR/><BR/>भावपूर्ण ..<BR/>दिल को छूती हुई सी <BR/>अद्भुत पंक्तियां!! श्याम जी <BR/><BR/>सादर Ria Sharmahttps://www.blogger.com/profile/07417119595865188451noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-80326670924066119992009-02-05T00:12:00.000+05:302009-02-05T00:12:00.000+05:30सभी क्षणिकायें पसंद आईं...हरियाणा और पंजाब की स्थि...सभी क्षणिकायें पसंद आईं...<BR/><BR/>हरियाणा और पंजाब की स्थिति सचमुच चिंताजनक है...तपन शर्मा Tapan Sharmahttps://www.blogger.com/profile/02380012895583703832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-9193851407300095342009-02-04T22:53:00.000+05:302009-02-04T22:53:00.000+05:30माँक्या सचमुच बराबर की माँ हैबेटे की- बेटी की अगर ...माँ<BR/>क्या <BR/>सचमुच <BR/>बराबर की माँ है<BR/>बेटे की- बेटी की <BR/>अगर हाँ <BR/>तो क्यों <BR/>मनाती है वह<BR/>बेटे के पैदा होने का जश्न ? <BR/>और क्यों <BR/>शामिल होती है <BR/>बेटी के पैदा होने के मातम में <BR/>क्यों ?<BR/><BR/>बहुत अच्छा लिखा है श्याम जी हरियाणा में तो स्थिति सबसे ज्यादा खराब है. भ्रूण हत्या के मामले में भी और बेटियों की दशा के सन्दर्भ में भी ....Arun Mittal "Adbhut"https://www.blogger.com/profile/18192424604648383037noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-19815830879535844522009-02-04T16:13:00.000+05:302009-02-04T16:13:00.000+05:30सभी रचनाएँ एक से बढ़कर एक.......बहुत ही गहरे भाव ल...सभी रचनाएँ एक से बढ़कर एक.......बहुत ही गहरे भाव लिए,अतिसुन्दर.रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-70742045852577507302009-02-04T14:00:00.000+05:302009-02-04T14:00:00.000+05:30बेटे के पैदा होने का जश्न ? और क्यों शामिल होती है...बेटे के पैदा होने का जश्न ? <BR/>और क्यों <BR/>शामिल होती है <BR/>बेटी के पैदा होने के मातम में <BR/>क्यों ?<BR/><BR/>समाज मे ये सदियो से चला आ रहा है और शायद सदियो तक और चलेUnknownhttps://www.blogger.com/profile/15870115832539405073noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-62143128108505906442009-02-04T12:57:00.000+05:302009-02-04T12:57:00.000+05:30माँक्या सचमुच बराबर की माँ हैबेटे की- बेटी की अगर ...माँ<BR/>क्या <BR/>सचमुच <BR/>बराबर की माँ है<BR/>बेटे की- बेटी की <BR/>अगर हाँ <BR/>तो क्यों <BR/>मनाती है वह<BR/>बेटे के पैदा होने का जश्न ? <BR/>और क्यों <BR/>शामिल होती है <BR/>बेटी के पैदा होने के मातम में <BR/>क्यों ?<BR/><BR/>-- पता नही किस मनोभावना से लिखा गया है ?<BR/>मै नही सहमत हूँ |<BR/><BR/>अन्य रचनायों के लिए बधाई |<BR/><BR/><BR/>-- अवनीश तिवारीअवनीश एस तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/04257283439345933517noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-48727398719246554262009-02-04T12:22:00.000+05:302009-02-04T12:22:00.000+05:30माँमाँक्या सचमुच बराबर की माँ हैबेटे की- बेटी की अ...माँ<BR/><BR/>माँ<BR/>क्या <BR/>सचमुच <BR/>बराबर की माँ है<BR/>बेटे की- बेटी की <BR/>अगर हाँ <BR/>तो क्यों <BR/>मनाती है वह<BR/>बेटे के पैदा होने का जश्न ? <BR/>और क्यों <BR/>शामिल होती है <BR/>बेटी के पैदा होने के मातम में <BR/>क्यों ?<BR/>समाज के यथार्थ को प्रतिबिंबित करती पंक्तियाँ ,एक औरत ही करती है यह दुराव ,श्याम जी माँ के इस दुराव को आपकी लेखनी ने बड़ा ही सही चित्रित किया है ,हम तो शायद आपके सबसे बड़े प्रशंसक है ,साधुवाद है आपकोneelamhttps://www.blogger.com/profile/00016871539001780302noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-45936359421953026212009-02-04T11:10:00.000+05:302009-02-04T11:10:00.000+05:30बहुत अच्छे श्यामजी !हजारों फनियर साँपों सी तेरी या...बहुत अच्छे श्यामजी !<BR/>हजारों <BR/>फनियर साँपों सी <BR/>तेरी याद <BR/>रोज आती है <BR/>मेरे वर्तमान को डस जाती हैHariharhttps://www.blogger.com/profile/07513974099414476605noreply@blogger.com