tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post1951278620894654802..comments2024-03-23T18:32:18.216+05:30Comments on हिन्द-युग्म Hindi Kavita: कवि दीपेन्द्र का जादू-टोनाशैलेश भारतवासीhttp://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-32821301292619644852007-12-24T12:20:00.000+05:302007-12-24T12:20:00.000+05:30दीपेन्द्र जी,बहुत अच्छा प्रयास है.. सुधार की गुंजा...दीपेन्द्र जी,<BR/><BR/>बहुत अच्छा प्रयास है.. <BR/>सुधार की गुंजाइश हमेशा रहती है चाहे कितना भी परिपक्व क्यूँ ना हो सो बस कोशिश करतें रहें<BR/><BR/>बहुत बहुत बधाईभूपेन्द्र राघव । Bhupendra Raghavhttps://www.blogger.com/profile/05953840849591448912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-53302861391136399792007-12-24T11:40:00.000+05:302007-12-24T11:40:00.000+05:30आप की कविता में कुछ कमी सी लग रही है.थोड़ा कच्चापन ...आप की कविता में कुछ कमी सी लग रही है.<BR/>थोड़ा कच्चापन है.अगर सहमत हों तो-<BR/>मेरे ख्याल से आप अपनी कविता को फ़िर से पढिये और शब्दों को इधर उधर कर के या हेर फेर कर के दोबारा गठन करिये --देखिये एक बहुत अच्छा गीत तैयार हो जाएगा.क्यों कि भाव अच्छे हैं.<BR/>अच्छा प्रयास है.<BR/>लिखते रहिये.शुभकामनाएं.Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-88205064586050730902007-12-23T15:51:00.000+05:302007-12-23T15:51:00.000+05:30आपमें अच्छे गीतकार के लक्षण दिख रहे हैं। लेकिन शाय...आपमें अच्छे गीतकार के लक्षण दिख रहे हैं। लेकिन शायद गीत के छंदशास्त्र पर अभी आपने पर्याप्त काम नहीं किया है। ज़रा सा उस ओर भी ध्यान दें और विषयों को वैयक्तिक से सामाजिक करें। नीरज बन जायेंगे। अगली बार हेतु शुभकामनाएँ।शैलेश भारतवासीhttps://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-8267158869855558782007-12-22T21:59:00.000+05:302007-12-22T21:59:00.000+05:30एक तेरा सपन सलोना है, एक मन का खाली कोना है मानो ह...एक तेरा सपन सलोना है, एक मन का खाली कोना है <BR/>मानो हँसना तुम बिन एक पल, दूजे पल तुम बिन रोना है <BR/><BR/>क्योँ ऐसी तस्वीर बनाई, जिसमे तुम रंग भर न पाई <BR/>क्या इज्जत दूं उस बदली को, जो छाई तो पर बरस ना पाई <BR/><BR/><BR/>bahut achha !<BR/>sunita yadavDr. sunita yadavhttps://www.blogger.com/profile/00087805599431710687noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-85997631811043301232007-12-22T19:39:00.000+05:302007-12-22T19:39:00.000+05:30दीपेंद्र जी क्या टोना कर dala बहुत acchhe. alok si...दीपेंद्र जी क्या टोना कर dala<BR/> बहुत acchhe.<BR/> alok singh "sahil"Anonymousnoreply@blogger.com