tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post1546800547286920736..comments2024-03-23T18:32:18.216+05:30Comments on हिन्द-युग्म Hindi Kavita: राष्ट्रपिता (सातवीं कविता)शैलेश भारतवासीhttp://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-74549094532489444962007-11-23T01:30:00.000+05:302007-11-23T01:30:00.000+05:30गाँधी के व्यक्तित्व हो कम शब्दों में व्यक्त करना ह...गाँधी के व्यक्तित्व हो कम शब्दों में व्यक्त करना हो तो यही कहना ठीक है-<BR/><BR/>'दे दी हमें आजादी, बिना खड़ग बिना ढाल<BR/>साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल'<BR/><BR/>लेकिन आपका यह प्रयास भी प्रसंशनीय है। आप अच्छा लिख रहे हैं। दोनों बार टॉप १० में आपका बने रहना इस बात का प्रमाण भी है।<BR/><BR/>पीयूष जी,<BR/><BR/>आप लाजवाब पेंटिंग करते हैं। एक कैनवास पर कविता के सारे भाव आप जिस प्रकार उकेर रहे हैं, मैं तो भाई फैन हो गया हूँ आपका।शैलेश भारतवासीhttps://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-43907335167948497402007-11-19T04:05:00.000+05:302007-11-19T04:05:00.000+05:30सुन्दर रचना !!तथ्यों को और सुस्पष्टता के साथ रखने ...सुन्दर रचना !!<BR/>तथ्यों को और सुस्पष्टता के साथ रखने की जरुरत. ऐसा लगता है कि यह रचना गाँधी जी के आरंभिकावस्था में लिखी गई हो. जो बातें आपने उठाई हैं वे पहले से ही स्थापित है. खैर....<BR/><BR/>आपकी रचना को पढ़कर बहुत पहले लिखी यह पंक्तियाँ याद आ गईं कि-<BR/>गाँधी बापू राष्ट्रपिता कितने पाए नाम<BR/>सत्य-अहिंसा को लेकर लड़ा स्वाधीनता-संग्राम<BR/><BR/>और इसी रचना के अंतिम अंश-<BR/>गाँधी केवल याद आते हो अक्तूबर के दूसरी को<BR/>शेष दिवस तेरी मूर्ति पर, चढ़ती है बीट कबूतरी को.दिवाकर मणिhttps://www.blogger.com/profile/03148232864896422250noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-51946676425400581382007-11-17T13:46:00.000+05:302007-11-17T13:46:00.000+05:30गाधीं एक ऎसा विषय है जिसे जितना सराहा जाए कम है। य...गाधीं एक ऎसा विषय है जिसे जितना सराहा जाए कम है। यहां तक कि बापू की प्रंशंसा में लिखना भी गागर में सागर भरने के समान है परन्तु लेखक एक हद तक इसमें सफल रहे हैं। अगली बार अधिक बेहतर की उम्मीद में।Adminhttps://www.blogger.com/profile/13066188398781940438noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-86004962672319521902007-11-17T10:49:00.000+05:302007-11-17T10:49:00.000+05:30लिखते रहिये .........आपकी रचना अच्छी लगी।लिखते रहिये .........आपकी रचना अच्छी लगी।anuradha srivastavhttps://www.blogger.com/profile/15152294502770313523noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-91820610292765896082007-11-16T16:40:00.000+05:302007-11-16T16:40:00.000+05:30सन्नी जीराष्ट पिता का जो चित्र आपने खींचा है वह प्...सन्नी जी<BR/>राष्ट पिता का जो चित्र आपने खींचा है वह प्रभावी है । देश का युवा यदि यही सोच रखे यही सपना है ।<BR/>सहारा दुर्बल काया के लिए<BR/>स्वयं सहारे की आवश्यकता वाला<BR/>कैसे लड़ेगा उस साम्राज्य से जिसमें कभी अस्त ही<BR/>न होता हो दिनकर<BR/>कैसे विजयी होगा इस महासंग्राम में<BR/>निस्वार्थ!! निस्वार्थ भावना से है वो भारत के साथ<BR/>सत्य, अहिंसा की शक्तियाँ हैं उसके पास<BR/>ऐसा ही विश्वास बनाएँ रखें । सस्नेहशोभाhttps://www.blogger.com/profile/01880609153671810492noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-35167707000871758742007-11-16T13:36:00.000+05:302007-11-16T13:36:00.000+05:30सुन्दर लगी आपकी कविता ..पहली रचना के लिये बधाई ......सुन्दर लगी आपकी कविता ..पहली रचना के लिये बधाई ...शुभकामनायेंरंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-39976526097746206222007-11-16T12:41:00.000+05:302007-11-16T12:41:00.000+05:30सन्नी जीराष्ट्रपिता पर लेखनी का उठना ही आपके भावों...सन्नी जी<BR/><BR/>राष्ट्रपिता पर लेखनी का उठना ही आपके भावों को अभिव्यक्ति दे रहा है उस पर भी एक भावपूर्ण रचना की प्रस्तुति <BR/>हार्दिक शुभकामनायेंAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/09417713009963981665noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-89594376318821683332007-11-15T20:38:00.000+05:302007-11-15T20:38:00.000+05:30स्वयं सहारे की आवश्यकता वालाकैसे लड़ेगा उस साम्राज्...स्वयं सहारे की आवश्यकता वाला<BR/>कैसे लड़ेगा उस साम्राज्य से जिसमें कभी अस्त ही<BR/>न होता हो दिनकर<BR/>कैसे विजयी होगा इस महासंग्राम में<BR/>निस्वार्थ!! निस्वार्थ भावना से है वो भारत के साथ<BR/>सत्य, अहिंसा की शक्तियाँ हैं उसके पास<BR/>अवश्य करेगा वह वरण<BR/>विजयश्री का<BR/>सन्नी जी ,<BR/> बहुत खूब लिखा आपने ...आपकी ही तरह मैंने भी एक नई रचना लिखी थी मगर सिर्फ़ अपने लिए ... कारण कहाँ भेजू...तब मेरे एक मित्र ने मुझे हिंद युग्म के विषय के बारे में बताया और वह मैंने यहाँ पर भेज दी ....मुझे खुशी है की मेरी उस कविता को यहाँ पर आठवां स्थान मिला ...उससे भी ज्यादा खुशी मुझे इस बात की है की हिंद युग्म हम जैसे नए कवियों को भी पुरा सम्मान देते हुए हमारी कविताओं को उचित स्थान पर रखता है ....आज इसी के माध्यम से हम सब एक दुसरे से जुड़े हुए हैं ...आप इसी प्रकार रचना लिखते रहिये ....हम सब हमेशा आप के साथ है ...आप का उत्साह बढाने के लिए ....<BR/><BR/> आप का साथी .....व्याकुल ...https://www.blogger.com/profile/02108429718696095830noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-82468505598528108772007-11-15T18:47:00.000+05:302007-11-15T18:47:00.000+05:30अच्छा लिख रहे हैं, लेखनी रुकनी नहीं चाहिये..साधूवा...अच्छा लिख रहे हैं, लेखनी रुकनी नहीं चाहिये..<BR/><BR/>साधूवादभूपेन्द्र राघव । Bhupendra Raghavhttps://www.blogger.com/profile/05953840849591448912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-11792167632877515002007-11-15T18:23:00.000+05:302007-11-15T18:23:00.000+05:30सन्नी जी!!पहली रचना के लिये बधाई हो...शीर्षक और भा...सन्नी जी!!<BR/>पहली रचना के लिये बधाई हो...<BR/>शीर्षक और भाव दोनों बहुत अच्छे है....<BR/>*********************************<BR/><BR/>युगों तक होगी उसकी पूजा<BR/>बुद्धिजीवी लिखेंगे लेख<BR/>बच्चे कहेंगे कहानी<BR/>युवा रचेंगे कविताएँ उस पर<BR/>वह कहलाएगा इस भारत का<BR/>राष्ट्रपिता<BR/>*************************<BR/>शुभकामनायें!!!"राज"https://www.blogger.com/profile/17803945586042941740noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30371899.post-63665575497471226382007-11-15T17:21:00.000+05:302007-11-15T17:21:00.000+05:30आपके भाव अच्छे है.पहली रचना के लिए बधाई.जजों के सल...आपके भाव अच्छे है.<BR/>पहली रचना के लिए बधाई.<BR/>जजों के सलाह को जरुर समझे<BR/>कई सुधार होने चाहिए<BR/>और लिखे. :)<BR/>अवनीश तिवारीअवनीश एस तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/04257283439345933517noreply@blogger.com